हिन्दुस्तान मिरर न्यूज
अलीगढ़, 4 जुलाई: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के सतत एवं प्रौढ़ शिक्षा एवं विस्तार केंद्र (CCAE) में “माँ और शिशु देखभाल” विषय पर एक उपयोगी व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान को जेएन मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विशेषज्ञ प्रो. एस. मनाज़िर अली ने संबोधित किय
अपने वक्तव्य में उन्होंने भारत में मातृ और शिशु स्वास्थ्य से जुड़े अहम तथ्यों को साझा किया। उन्होंने बताया कि भारत में हर वर्ष लगभग 2.7 करोड़ महिलाएं गर्भवती होती हैं, जिनमें से 2.6 करोड़ जीवित शिशुओं को जन्म देती हैं। मातृ मृत्यु दर 97 प्रति 1 लाख जीवित जन्म, शिशु मृत्यु दर 27.69 प्रति 1 हजार, नवजात मृत्यु दर 24.9 और पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर 41.9 है।
प्रो. अली ने इस पर बल दिया कि प्रसव के दौरान महिलाओं को अधिक स्वतंत्रता दी जानी चाहिए, जिससे उनका अनुभव सकारात्मक हो सकता है। उन्होंने नवजात पीलिया और अस्पताल से शीघ्र छुट्टी की प्रवृत्ति के कारण होने वाली जटिलताओं की भी चर्चा की और नवाचारयुक्त उपचार व्यवस्था की आवश्यकता बताई।
केंद्र के निदेशक डॉ. शमीम अख्तर ने स्वागत किया और कार्यक्रम के समापन पर धन्यवाद ज्ञापन दिया।