हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 7 मई : 2025,
वृंदावन (मथुरा), बुधवार: वृंदावन में बुधवार को संत प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा के दौरान एक बड़ा हादसा टल गया। संत के स्वागत के लिए लगाए गए लोहे के भारी ट्रस (ढांचे) का संतुलन बिगड़ गया और वह गिरने ही वाला था, लेकिन सतर्क लोगों और आयोजकों की तत्परता से हादसा टल गया। इस घटना के बाद श्रद्धालुओं में अफरातफरी मच गई, हालांकि कुछ ही देर में स्थिति को काबू में कर लिया गया।
कैसे हुआ हादसा: भीड़ के दबाव से हिला स्वागत ट्रस
संत प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा के दौरान मार्ग में विभिन्न स्थानों पर स्वागत के लिए सजावट और गेट लगाए गए थे। इन्हीं में से एक स्थान पर लोहे का भारी ट्रस लगाया गया था। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के दबाव में अचानक ट्रस का संतुलन बिगड़ गया और वह गिरने लगा। यह ट्रस संत प्रेमानंद के ठीक सामने गिर रहा था, लेकिन समय रहते वहां मौजूद सतर्क लोगों और आयोजकों ने उसे पकड़ लिया।
श्रद्धालुओं में मची अफरातफरी, लेकिन संत की शांति से लौटा संयम
घटना के बाद कुछ समय के लिए मौके पर अफरातफरी मच गई। लोगों में डर का माहौल बन गया। लेकिन संत प्रेमानंद महाराज ने स्वयं सभी को शांत रहने का संदेश दिया और संयम बनाए रखा। उनके शांत स्वभाव और आत्मीयता से श्रद्धालुओं में फिर से विश्वास लौटा और पदयात्रा सुचारू रूप से आगे बढ़ी।
प्रशासन पर उठे सवाल, सुरक्षा इंतजामों पर चिंता
इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और पदयात्रा आयोजकों पर सवाल खड़े होने लगे हैं। श्रद्धालुओं ने सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही को लेकर नाराजगी जताई है। प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए सख्त और पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं।