हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 1 मई : 2025,
मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर-मस्जिद विवाद के मुख्य पक्षकार और सन्यासी दिनेश फलाहारी महाराज एक बार फिर चर्चा में हैं। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अपने खून से पत्र लिखा है, जिसमें पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करने की पुरजोर अपील की गई है। इस पत्र को उन्होंने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर पोस्ट कर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की है।
दिनेश फलाहारी महाराज ने पत्र में पाकिस्तान पर कड़ा हमला करते हुए लिखा है कि वह आतंकवादियों का गढ़ बन चुका है। उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान में सैकड़ों आतंकवादी शिविर सक्रिय हैं, और वहीं से वैश्विक आतंकवाद को अंजाम दिया जा रहा है। पत्र में उन्होंने अमेरिका को स्मरण दिलाया कि अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन को भी अमेरिका ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर मारा था। इसी प्रकार भारत ने भी पाकिस्तान में आतंकवादियों पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी।
फलाहारी महाराज ने पत्र में लिखा कि यदि अमेरिका पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करता है, तो वैश्विक आतंकवाद को आर्थिक मदद मिलना बंद हो जाएगी, और इससे दुनिया भर में शांति बहाल करने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा। उन्होंने कहा कि “अमेरिका आतंकवाद का विरोधी है और पूरा विश्व आज उसकी ओर देख रहा है।”
उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति से अपील करते हुए कहा, “यदि आप सचमुच वैश्विक शांति चाहते हैं, तो पाकिस्तान को आतंकवादी देश घोषित करना ही होगा। इससे पाकिस्तान को मिलने वाली अंतरराष्ट्रीय फंडिंग भी बंद हो जाएगी, जिससे आतंकवादियों की आर्थिक कमर टूटेगी।”
गौरतलब है कि दिनेश फलाहारी महाराज वही संत हैं जिन्होंने मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि से मस्जिद हटवाने के लिए प्रतिज्ञा ली थी कि जब तक यह लक्ष्य पूरा नहीं होता, तब तक वे भोजन ग्रहण नहीं करेंगे और अपने पैरों में पादुका (चप्पल-जूते) भी नहीं पहनेंगे। यह संकल्प उन्होंने तीन साल से भी पहले लिया था और आज भी उस पर अडिग हैं।
उनकी इस भावुक अपील और अनोखे तरीके से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान के खिलाफ आवाज उठाने की यह कोशिश सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।