हिन्दुस्तान मिरर न्यूज :29 जुलाई 2025
साइबर अपराधी अब मोबाइल यूजर्स को ठगने के लिए VoIP (Voice over Internet Protocol) कॉल्स का सहारा ले रहे हैं। ये कॉल्स इंटरनेट के माध्यम से की जाती हैं, जिन्हें ट्रैक करना बेहद मुश्किल होता है। सरकार ने साइबर क्राइम अवेयरनेस पोर्टल के जरिए लोगों को इस प्रकार की कॉल्स से सतर्क रहने की सलाह दी है। विशेष रूप से +697 और +698 जैसे नंबर से आने वाली कॉल्स को रिसीव न करने की चेतावनी दी गई है।
मोबाइल आज हर व्यक्ति की जीवनशैली का अहम हिस्सा बन चुका है, लेकिन इसके साथ ही ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। स्कैमर्स नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को जाल में फंसा रहे हैं। हाल ही में देखा गया है कि VoIP कॉल्स के जरिए फर्जी कॉल्स की संख्या बढ़ रही है। इन कॉल्स में VPN का उपयोग होता है जिससे कॉल करने वालों की पहचान छुपी रहती है।
देश की प्रमुख टेलिकॉम कंपनियां जैसे एयरटेल लगातार लाखों फर्जी कॉल्स को हर महीने ब्लॉक कर रही हैं। इसके लिए कई कंपनियां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक का भी सहारा ले रही हैं ताकि यूजर्स को सुरक्षित रखा जा सके।
सरकार ने स्पष्ट किया है कि यदि किसी को +697, +698 या किसी अन्य अंतरराष्ट्रीय नंबर से कॉल आती है, तो वह न तो कॉल रिसीव करें और न ही उस नंबर पर कोई रिप्लाई करें। ऐसी कॉल्स को तुरंत ब्लॉक कर देना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति साइबर फ्रॉड का शिकार हो जाए, तो वह तुरंत सरकारी पोर्टल ‘चक्षु’ (Chakshu) के माध्यम से शिकायत दर्ज कर सकता है।
सावधानी ही सुरक्षा है — अनजान इंटरनेशनल नंबर से कॉल आए तो रहें सतर्क, तुरंत करें ब्लॉक।