हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 10अप्रैल: 2025,
मुरादाबाद – अमेरिका द्वारा भारत से पीतल के उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाकर 26 प्रतिशत करने के फैसले ने मुरादाबाद के पीतल उद्योग को गहरा झटका दिया है। यह टैरिफ पहले केवल 10 प्रतिशत था, लेकिन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हालिया घोषणा के बाद इसे बढ़ा दिया गया है।
स्थानीय एक्सपोर्टर सतपाल ने बताया कि इस भारी-भरकम टैरिफ के कारण अमेरिका के खरीदार अपने ऑर्डर रोक चुके हैं और कीमतों में कटौती की मांग कर रहे हैं। “पहले ही हमारे हैंडीक्राफ्ट उत्पादों के दाम में बहुत मार्जिन नहीं था, अब 26 प्रतिशत टैक्स देने के लिए कोई खरीदार तैयार नहीं है,” उन्होंने कहा।
हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट में भारी गिरावट की आशंका
ट्रंप प्रशासन की टैरिफ नीति का सीधा असर भारत के हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट पर पड़ रहा है, खासकर उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद पर, जो ‘पीतल नगरी’ के नाम से दुनियाभर में मशहूर है। यहां से हर साल करीब 10,000 करोड़ रुपये का एक्सपोर्ट किया जाता है, लेकिन नए टैरिफ के चलते यह उद्योग 30 से 50 प्रतिशत तक सिमट सकता है।
एक्सपोर्टरों का कहना है कि अगर यही स्थिति बनी रही तो लाखों लोग बेरोजगार हो जाएंगे। अमेरिका के अलावा यूरोप में भी मांग में भारी गिरावट आई है और ऑर्डर न के बराबर मिल रहे हैं।
सरकार से राहत की मांग
स्थानीय व्यापारियों ने भारत सरकार से मांग की है कि उन्हें तीन प्रतिशत ब्याज में छूट दी जाए ताकि वे इस संकट से उबर सकें। साथ ही, उन्होंने अनुरोध किया है कि सरकार अमेरिका से बातचीत कर इस टैरिफ को कम करवाने की दिशा में ठोस कदम उठाए।
ईस्ट यूरोप और तुर्की से आ रहे हैं गिने-चुने ऑर्डर
फिलहाल कुछ ऑर्डर केवल ईस्ट यूरोप और तुर्की से ही आ रहे हैं, लेकिन वे भी पर्याप्त नहीं हैं। एक्सपोर्टर बताते हैं कि मुरादाबाद में अब पीतल की जगह एल्यूमीनियम और स्टील के उत्पादों की मांग बढ़ रही है, जिससे पारंपरिक कारीगरों के सामने आजीविका का संकट खड़ा हो गया है।
अगर भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ को लेकर समझौता नहीं हुआ तो मुरादाबाद का परंपरागत पीतल उद्योग खत्म होने की कगार पर पहुंच जाएगा।