हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 11 मई : 2025,
नई दिल्ली | 11 मई 2025
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने जो कड़ा संदेश दिया था, वह अब ज़मीन पर साफ़ देखा जा सकता है। भारतीय सेना द्वारा शुरू किया गया “ऑपरेशन सिंदूर” पाकिस्तान को अब तक का सबसे बड़ा सैन्य और कूटनीतिक झटका साबित हुआ है। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 9 आतंकी अड्डों और सैन्य ठिकानों को पूरी तरह तबाह कर दिया, साथ ही 100 से अधिक आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया गया।
हमले से पहले बना था अंतरराष्ट्रीय समर्थन का माहौल
सूत्रों के मुताबिक, पहलगाम हमले के बाद भारत ने अमेरिका समेत कई वैश्विक शक्तियों से लगातार बातचीत की थी। भले ही इन चर्चाओं में ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी साझा नहीं की गई थी, लेकिन यह स्पष्ट कर दिया गया था कि भारत इस बार चुप नहीं बैठेगा। भारत का रुख साफ था—इस बार जवाब कड़ा और निर्णायक होगा।
मिसाइल स्ट्राइक के बाद DGMO स्तर पर पाकिस्तान को दी गई जानकारी
7 मई 2025 की सुबह, जब ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकी अड्डों पर मिसाइलें बरसीं, उसी दिन भारत ने DGMO स्तर पर पाकिस्तान को इसकी जानकारी दे दी थी। भारत ने यह भी स्पष्ट कर दिया था कि किसी भी जवाबी कार्रवाई का माकूल जवाब दिया जाएगा।
सीजफायर भी भारत की शर्तों पर
9 मई की रात अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीजफायर को लेकर बातचीत की। इसके बाद पाकिस्तान की ओर से युद्धविराम की गुहार लगाई गई। भारत ने पूरी तरह अपनी शर्तों पर सीजफायर को मंजूरी दी। लेकिन इसके तुरंत बाद 9-10 मई की रात पाकिस्तान ने भारत की 26 जगहों पर हमला करने की नाकाम कोशिश की, जिसका मुंहतोड़ जवाब देते हुए भारत ने पाकिस्तान के 8 एयरबेस को टारगेट कर तबाह कर दिया।
बातचीत सिर्फ DGMO स्तर तक सीमित
भारत सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान के साथ अब न कोई राजनीतिक बातचीत होगी, न कूटनीतिक और न ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की। सिर्फ DGMO स्तर पर संवाद होगा। भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी यह साफ संदेश दिया है कि पाकिस्तान के मामले में अब किसी तरह की मध्यस्थता की कोई गुंजाइश नहीं है।
सेना को मिली खुली छूट
भारतीय सेना को किसी भी उकसावे या घुसपैठ का पूरी ताकत से जवाब देने की छूट दी जा चुकी है। LOC और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हर गतिविधि पर पैनी नजर है।
🇺🇸 ट्रंप को दिया गया था कड़ा संदेश
सूत्रों के अनुसार, पहलगाम हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बात की थी। उस वक्त मोदी सऊदी अरब दौरे पर थे, लेकिन हमले की खबर मिलते ही वह तुरंत भारत लौट आए। बातचीत के दौरान मोदी ने ट्रंप को दो टूक कहा था—“अगर वहाँ से गोली चलेगी तो यहाँ से गोला चलेगा।” ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत होते ही बहावलपुर, मुरीदके और मुज़फ़्फ़राबाद जैसे बड़े आतंकी अड्डे चंद मिनटों में ही खाक में मिला दिए गए।