हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: शनिवार 28 जून 2025
गाजियाबाद स्थित ओरियन प्रो सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड को अलीगढ़ के ख्यामई इंडस्ट्रियल स्टेट में मेट्रो ट्रेन से जुड़े उपकरणों की यूनिट लगाने के लिए प्लाट नहीं मिल सका। कंपनी ने ऑनलाइन दो प्लाटों के लिए आवेदन किया था, जिसमें से एक बड़ा भूखंड मेट्रो के द्वार, ई-टिकट मशीन और अन्य उपकरण बनाने के लिए जरूरी था।
कंपनी के एमडी संजीव सचदेव के अनुसार, उन्होंने ई-नीलामी प्रक्रिया में भाग लिया लेकिन जिस भूखंड के लिए उन्होंने बोली लगाई, उसमें किसी अन्य प्रतिभागी ने उनसे अधिक बोली लगा दी, जिससे उन्हें प्लाट नहीं मिला।
परियोजना को समय पर शुरू करने के लिए उन्होंने जेवर एयरपोर्ट के पास यीडा (YEIDA) में संपर्क किया, जहां उन्हें अपने बजट में उपयुक्त भूखंड मिल गया। अब कंपनी अलीगढ़ के बजाय जेवर में मेट्रो उपकरणों की यूनिट स्थापित करेगी।
संजीव सचदेव ने कहा, “नीलामी में प्लाट न मिलना निराशाजनक रहा। शासन को प्लाट आवंटन की प्रक्रिया को अधिक सरल बनाना चाहिए।”
गौरतलब है कि संजीव सचदेव मूल रूप से अलीगढ़ से हैं। उनके पिता स्व. ओमप्रकाश सचदेव ने एएमयू से इंजीनियरिंग की थी और 1962 से 1982 तक दुबे पड़ाव पर मशीनरी पार्ट्स का कारखाना चलाया था।
अलीगढ़ में डेटा सेंटर उत्पाद बनाएगी कंपनी
हालांकि कंपनी को मेट्रो यूनिट के लिए ख्यामई में बड़ा भूखंड नहीं मिल पाया, लेकिन एक छोटा प्लाट ख्यामई में उन्हें आवंटित हुआ है, जिसमें डेटा सेंटर से जुड़े उत्पादों का निर्माण किया जाएगा। कंपनी को इस प्लाट का आवंटन पत्र भी मिल चुका है और निर्माण कार्य जल्द शुरू किया जाएगा।













