हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: बुधवार 11 जून 2025
नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर भारत का पक्ष रखने के लिए यूरोपीय संघ और ब्रिटेन गए भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने पाकिस्तान की फासीवादी विचारधारा को बेनकाब किया।
भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद की अगुवाई में गए इस प्रतिनिधिमंडल ने पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष जनरल आसिम मुनीर के उस बयान को फासीवादी करार दिया, जिसमें उन्होंने हिंदू और मुस्लिम की अलग-अलग पहचान बताते हुए उनके एक साथ न रह पाने की बात कही थी। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यूरोप ने फासीवाद का दंश झेला है, जो द्वितीय विश्व युद्ध का कारण बना। धर्म या नस्ल के आधार पर भेदभाव फासीवाद की जड़ है। उन्होंने जोड़ा कि जनरल मुनीर के बयान के महज एक सप्ताह बाद पहलगाम में पर्यटकों की धार्मिक पहचान के आधार पर हत्या इस सोच का प्रत्यक्ष परिणाम है। पाकिस्तानी सेना और आतंकियों के गठजोड़ ने देश को वैश्विक आतंकी फैक्ट्री में बदल दिया है।
आतंकी हमलों के सबूत पेश किए
प्रतिनिधिमंडल ने ब्रिटेन और यूरोप के विभिन्न शहरों में हुए आतंकी हमलों का जिक्र किया, जिनमें शामिल आतंकी या तो पाकिस्तानी मूल के थे या उनकी ट्रेनिंग पाकिस्तान के आतंकी कैंपों में हुई थी। भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए इन्हीं आतंकी ठिकानों को नष्ट किया। प्रतिनिधिमंडल में शामिल पंजाब के कांग्रेस सांसद अमर सिंह ने पाकिस्तान की नार्को-टेरर साजिश का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सेना संगठित ड्रग तस्करी गिरोहों का संचालन करती है और इससे अर्जित काले धन का उपयोग आतंकी गतिविधियों को वित्तपोषित करने में होता है।
अंतरराष्ट्रीय समर्थन
रविशंकर प्रसाद ने बताया कि यूरोपीय संघ, ब्रिटेन और अन्य देशों ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख का समर्थन किया। यूरोपीय संघ के एक वरिष्ठ नेता ने स्पष्ट किया कि आतंकी हमलों और उनके खिलाफ की गई जवाबी कार्रवाई को एकसमान नहीं देखा जा सकता।