हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 25 अप्रैल: 2025,
पहलगाम आतंकी हमला: केंद्र सरकार की सख्त कार्रवाई, पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में भारत छोड़ने का आदेश
22 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में स्थित प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम के पास हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से अधिकांश पर्यटक थे। इस हमले में कई अन्य लोग घायल भी हुए।
सीमा पार से हमले के तार, केंद्र सरकार की कड़ी प्रतिक्रिया
हमले के तार पाकिस्तान से जुड़े पाए जाने पर केंद्र सरकार ने 23 अप्रैल को सख्त कदम उठाए। इनमें पाकिस्तानी सैन्य अताशे को निष्कासित करना, सिंधु जल संधि को निलंबित करना और अटारी वाघा सीमा को तत्काल प्रभाव से बंद करना शामिल है।
सभी पाकिस्तानी वीजा रद्द, वीजा सेवाएं निलंबित
सरकार ने 27 अप्रैल से सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने और नई वीजा सेवाओं को स्थगित करने की घोषणा की। साथ ही, पाकिस्तान में मौजूद भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द वापस लौटने की सलाह दी गई है।
SVES योजना स्थगित, पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे का अल्टीमेटम
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि अब SAARC वीजा छूट योजना (SVES) के अंतर्गत पाकिस्तानी नागरिक भारत यात्रा नहीं कर सकेंगे। भारत में मौजूद ऐसे नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया गया है।
पाकिस्तान लौटते नागरिकों की भीड़, लेकिन महिलाएं परेशान
अमृतसर के अटारी-वाघा सीमा मार्ग से पाकिस्तानी नागरिकों की वापसी जारी है, लेकिन कई भारतीय पासपोर्टधारक महिलाएं, जिनकी शादी पाकिस्तान में हुई है, परेशान हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि वैध दस्तावेज होने के बावजूद उन्हें सीमा पार करने से रोका जा रहा है।
“मुझे मेरे पति और बच्चों के पास लौटने दिया जाए” – महिलाओं की अपील
- शानिजा, जो कराची में ब्याही गई हैं, ने कहा कि वह अपनी बीमार मां से मिलने दिल्ली आई थीं, लेकिन अब उन्हें पाकिस्तान लौटने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
- एक अन्य महिला ने कहा कि उसके पास भारतीय पासपोर्ट, जबकि उसके बच्चों के पास पाकिस्तानी पासपोर्ट हैं। उन्होंने शादी और बच्चों के दस्तावेज दिखाए लेकिन फिर भी उन्हें रोका जा रहा है।
- अरूदा इमरान, जो पाकिस्तान में 20 साल से रह रही हैं और जिनकी बेटियां पाकिस्तानी नागरिक हैं, ने भी यही मांग दोहराई कि उन्हें अपने परिवार के पास लौटने दिया जाए।
- राबिया और अफशीन जहांगीर जैसी अन्य महिलाओं ने भी बताया कि वे केवल कुछ दिनों के लिए भारत अपने माता-पिता से मिलने आई थीं, लेकिन अब उन्हें जबरन रोका जा रहा है।
निजी त्रासदी और सरकारी सख्ती के बीच फंसी महिलाएं
इन महिलाओं का कहना है कि वे अब न भावनात्मक रूप से भारत में रुक सकती हैं, न कानूनी रूप से पाकिस्तान लौट सकती हैं। कुछ ने भावनात्मक रूप से यह भी कहा कि अगर उन्हें सीमा पार करने नहीं दिया गया, तो वे अपनी जान दे देंगी।