हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 16 अप्रैल: 2025,
सस्ती दवाओं की उपलब्धता बढ़ेगी
लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) ने मरीजों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए एक बड़ा फैसला लिया है। अस्पताल प्रशासन अब एचआरएफ (हॉस्पिटल रिवॉल्विंग फंड) के अंतर्गत मिलने वाली दवाओं और सर्जिकल सामान की संख्या में लगभग 1500 की बढ़ोतरी करने जा रहा है।
वर्तमान में एचआरएफ काउंटर पर 2000 प्रकार की दवाएं और सर्जिकल सामग्री उपलब्ध हैं, जिन्हें बढ़ाकर 3500 से अधिक किया जाएगा। इससे मरीजों को बाजार की तुलना में 70% तक सस्ती दवाएं उपलब्ध होंगी।
4500 बेड वाले अस्पताल में हर दिन 7 हजार OPD मरीज
KGMU में इस समय करीब 4500 बेड की सुविधा है, और यहां हर दिन 6 से 7 हजार मरीज OPD में आते हैं। इतनी बड़ी संख्या में मरीजों को देखते हुए, सस्ती और आसानी से उपलब्ध दवाएं एक बड़ी जरूरत बन गई हैं।
एचआरएफ काउंटर के ज़रिए मरीजों को यह लाभ मिल रहा है क्योंकि दवाएं सीधे कंपनियों से खरीदी जाती हैं, जिससे कीमतें काफी कम रहती हैं।
वर्तमान में 17 काउंटर, लेकिन सभी दवाएं नहीं मिलतीं
केजीएमयू में एचआरएफ के 17 काउंटर हैं, जहां अभी 2000 प्रकार की दवाएं व सर्जिकल आइटम उपलब्ध हैं। इसके बावजूद कई बार मरीजों को बाहर से दवाएं लेनी पड़ती हैं क्योंकि कुछ जरूरी दवाएं अस्पताल में उपलब्ध नहीं होतीं।
इस समस्या को दूर करने के लिए अब दवाओं की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।
कई प्रकार की बीमारियों के इलाज की दवाएं होंगी शामिल
जो नई दवाएं और सर्जिकल सामग्री जोड़ी जाएंगी, उनमें शामिल होंगी:
- एंटीबायोटिक दवाएं
- इम्यूनिटी बढ़ाने वाली दवाएं
- पेट, हड्डी, दिल व महिला रोगों की दवाएं
- इंजेक्शन व सर्जरी में इस्तेमाल होने वाले सामान
इन सभी को जोड़ने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
मरीजों के लिए सुविधाजनक और सस्ता इलाज
KGMU प्रशासन का यह कदम स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और मरीजों की सुविधा के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है। अब मरीजों को बाजार से महंगी दवाएं खरीदने की आवश्यकता कम होगी और उन्हें अस्पताल परिसर में ही ज्यादा विकल्प मिलेंगे।