नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी 15 दिसंबर से चार दिन के महत्वपूर्ण विदेश दौरे पर रवाना हो गए हैं। इस यात्रा के दौरान वह जॉर्डन, इथियोपिया और ओमान का दौरा करेंगे। इस दौरे का उद्देश्य भारत के द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करना, व्यापार व निवेश को बढ़ावा देना, रक्षा सहयोग को विस्तार देना और क्षेत्रीय व वैश्विक सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर साझेदारी को गहरा करना है। विदेश मंत्रालय के अनुसार यह दौरा पश्चिम एशिया और अफ्रीका में भारत की कूटनीतिक सक्रियता को नई दिशा देगा।
जॉर्डन से होगी यात्रा की शुरुआत
प्रधानमंत्री मोदी 15 और 16 दिसंबर को जॉर्डन में रहेंगे। इस दौरान वह किंग अब्दुल्ला द्वितीय बिन अल हुसैन से मुलाकात करेंगे और उच्च-स्तरीय द्विपक्षीय वार्ता में हिस्सा लेंगे। बातचीत में आर्थिक सहयोग, निवेश, रक्षा संबंधों और पश्चिम एशिया में शांति व स्थिरता जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है। भारत और जॉर्डन के बीच लंबे समय से मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं और इस यात्रा से दोनों देशों की साझेदारी को नई गति मिलने की संभावना है।
इथियोपिया: पूर्वी अफ्रीका में पहला दौरा
16 दिसंबर को प्रधानमंत्री इथियोपिया के लिए रवाना होंगे। यह पीएम मोदी का पूर्वी अफ्रीका के इस देश का पहला दौरा होगा। वह 16 से 17 दिसंबर तक राजधानी अदीस अबाबा में रहेंगे, जहां इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद अली के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इस दौरान विकास सहयोग, व्यापार, निवेश, क्षमता निर्माण और अफ्रीकी क्षेत्र में भारत की भूमिका जैसे विषयों पर चर्चा होने की संभावना है। यह दौरा भारत-अफ्रीका संबंधों को नई मजबूती देने वाला माना जा रहा है।
ओमान में होगा दौरे का समापन
दौरे के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री मोदी 17 से 18 दिसंबर तक ओमान सल्तनत जाएंगे। यहां वह सुल्तान हैथम बिन तारिक से मुलाकात करेंगे। भारत-ओमान राजनयिक संबंधों के 70 वर्ष पूरे होने के मौके पर यह यात्रा खास मानी जा रही है। वर्ष 2023 के बाद यह पीएम मोदी का दूसरा ओमान दौरा होगा, जो दोनों देशों के बीच गहरे और भरोसेमंद रिश्तों को दर्शाता है।













