हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 25 अप्रैल: 2025,
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। इस हमले के बाद पाकिस्तान की ओर से भड़काऊ बयानबाज़ी की जा रही है। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) के प्रधानमंत्री चौधरी अनवारुल हक ने विवादित और उकसाऊ बयान देते हुए हमले का समर्थन किया है।
उन्होंने कहा, “अगर खून बहाना पड़े तो भी हम पीछे नहीं हटेंगे। अगर तुम बलूचिस्तान में पाकिस्तानियों का खून बहाओगे तो इसकी कीमत तुम्हें दिल्ली से लेकर कश्मीर तक चुकानी पड़ेगी।” उन्होंने यह भी दावा किया कि PoK के लड़ाके पहले भी इस तरह के हमलों में शामिल रहे हैं और आगे भी और मजबूती से शामिल रहेंगे।
भारत के कड़े कदमों से पाकिस्तान में खलबली
पहलगाम हमले के बाद भारत की ओर से लिए गए सख्त फैसलों से पाकिस्तान में हलचल मच गई है। पाकिस्तान ने भारत के साथ सभी व्यापारिक रिश्ते खत्म करने की घोषणा कर दी है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) की बैठक बुलाई, जिसमें यह निर्णय लिया गया।
साथ ही, पाकिस्तान ने भारत के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है। भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित करने पर भी पाकिस्तान ने कड़ी आपत्ति जताई है और इसे ‘युद्ध जैसी कार्रवाई’ करार दिया है। पाकिस्तान ने घोषणा की है कि भारत के सैन्य सलाहकारों को 30 अप्रैल तक देश छोड़ने का आदेश दिया गया है।
दूतावासों में स्टाफ कटौती का फैसला
भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के दूतावासों में अब केवल 30-30 अधिकारी काम करेंगे। पाकिस्तान ने सिंधु जल संधि को लेकर अंतरराष्ट्रीय मंचों और विश्व बैंक से संपर्क करने का भी इरादा जताया है।