नई दिल्ली, 18 सितंबर
दिल्ली विश्वविद्यालय के श्यामा प्रसाद मुखर्जी कॉलेज के समाजशास्त्र विभाग ने 17 सितंबर 2025 को “समाजशास्त्र में कार्यप्रणाली, विधियाँ और सिद्धांत” विषय पर एक संगोष्ठी-सह-विशेष व्याख्यान का सफल आयोजन किया। इस अवसर पर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के सामाजिक विज्ञान संकाय के डीन और विश्वप्रसिद्ध समाजशास्त्री प्रो. विवेक कुमार ने मुख्य व्याख्यान प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में कॉलेज के छात्रों और शिक्षकों के साथ-साथ विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के शिक्षाविदों ने भी सक्रिय भागीदारी की। इससे इस आयोजन के अंतःविषय महत्व और अकादमिक विस्तार का संदेश स्पष्ट हुआ।
समारोह की शुरुआत विभागाध्यक्ष डॉ. रविंदर सिंह के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने समाजशास्त्रीय दृष्टिकोण की प्रासंगिकता पर बल देते हुए कहा कि “आज के जटिल सामाजिक परिदृश्य को समझने में समाजशास्त्रीय कल्पना की भूमिका और भी अहम हो गई है।” डॉ. सिंह ने कार्यक्रम को सफल बनाने में कॉलेज की प्राचार्य प्रो. साधना शर्मा के मार्गदर्शन और सहयोग के लिए विशेष आभार भी व्यक्त किया।
मुख्य वक्ता प्रो. विवेक कुमार ने अपने गहन और प्रेरक व्याख्यान में समाजशास्त्रीय पद्धति, विधियों और सिद्धांत की व्यापक पड़ताल की। उन्होंने शास्त्रीय और समकालीन दृष्टिकोणों का संतुलित विवेचन करते हुए प्रतिभागियों को समाजशास्त्र के बुनियादी प्रश्नों पर गंभीर चिंतन के लिए प्रेरित किया। साथ ही, छात्रों और शिक्षकों द्वारा पूछे गए सवालों का उन्होंने विस्तार से उत्तर दिया, जिससे कार्यक्रम और भी संवादात्मक और सारगर्भित बन गया।
संगोष्ठी का समापन विभाग के संकाय सदस्य डॉ. शाश्वत कुमार के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने प्रो. कुमार के उद्बोधन को “बौद्धिक रूप से समृद्ध और विचारोत्तेजक” बताते हुए संकाय, छात्र-समन्वयकों, स्वयंसेवकों और सभी प्रतिभागियों के प्रयासों की सराहना की।
यह संगोष्ठी न केवल शिक्षार्थियों के लिए एक शैक्षणिक अवसर साबित हुई, बल्कि समाजशास्त्रीय ज्ञान और आलोचनात्मक दृष्टि के विस्तार में भी महत्वपूर्ण योगदान कर गई।