हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़, 21 अगस्तः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के भाषाविद् और भाषाविज्ञान विभाग के पूर्व अध्यक्ष, प्रो. एम. जे. वारसी, पटना में आयोजित बिहार स्टेट मदरसा एजुकेशन बोर्ड (बीएसएमईबी) के शताब्दी समारोह में आमंत्रित वक्ताओं में शामिल रहे।
कार्यक्रम का उद्घाटन बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने किया। इस अवसर पर बीएसएमईबी के अध्यक्ष श्री सलीम परवेज, राज्य के मंत्रीगण, शिक्षाविद् और विद्वान भी उपस्थित थे।
अपने संबोधन में प्रो. वारसी ने मदरसों की शिक्षा में निरंतर भूमिका पर प्रकाश डाला और कहा कि मदरसे न केवल ज्ञानार्जन का माध्यम हैं बल्कि सांस्कृतिक पहचान को संजोने और सामाजिक व नैतिक मूल्यों को विकसित करने में भी महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि परंपरागत पृष्ठभूमि से जुड़े होने के बावजूद मदरसा शिक्षा बदलते समय की शैक्षिक आवश्यकताओं के अनुरूप स्वयं को ढालती रही है।
बिहार स्टेट मदरसा एजुकेशन बोर्ड की स्थापना बिहार स्टेट मदरसा एजुकेशन बोर्ड अधिनियम, 1981 के अंतर्गत हुई थी। पिछले सौ वर्षों में बिहार के मदरसे शिक्षा, संस्कृति और मूल्यों के संरक्षण के साथ-साथ पीढ़ियों को सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभाते आ रहे हैं।