हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: शुक्रवार 27 जून 2025
किंगदाओ/नई दिल्ली – भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन के किंगदाओ शहर में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के रक्षा मंत्रियों की बैठक में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने चीन के रक्षा मंत्री एडमिरल डोंग जून के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी की। बैठक के केंद्र में आतंकवाद, क्षेत्रीय सुरक्षा और आपसी सहयोग जैसे मुद्दे प्रमुख रहे।
बैठक के दौरान राजनाथ सिंह ने पहलगाम आतंकी हमले का मुद्दा प्रमुखता से उठाया और पाकिस्तान को आतंकवाद के समर्थन के लिए कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, “शांति और आतंकवाद साथ-साथ नहीं चल सकते। हमें कट्टरपंथ, उग्रवाद और आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम उठाने की जरूरत है।”
भारत ने SCO संयुक्त बयान पर नहीं किए हस्ताक्षर
भारत ने SCO की ओर से तैयार किए गए संयुक्त ड्राफ्ट पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया। सूत्रों के मुताबिक, भारत इस मसौदे में आतंकवाद को लेकर अपेक्षित कठोरता के अभाव से असंतुष्ट था।
चीन की प्रतिक्रिया में कहा गया कि, “SCO एक बहुपक्षीय मंच है, और बिना आम सहमति के कोई संयुक्त बयान संभव नहीं। इसे भारत-पाक द्विपक्षीय मुद्दे से जोड़ना उचित नहीं है।” साथ ही, चीन ने यह भी कहा कि SCO मंच का उद्देश्य आपसी सहयोग, क्षेत्रीय स्थिरता और विश्वास को बढ़ावा देना है, न कि भारत-पाकिस्तान के द्विपक्षीय विवादों को सुलझाना।
टीआरएफ का पाकिस्तान कनेक्शन उजागर
राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में स्पष्ट रूप से कहा कि पहलगाम हमले के पीछे The Resistance Front (TRF) जैसे संगठनों का हाथ है, जिनके तार पाकिस्तान से जुड़े हुए हैं। उन्होंने SCO सदस्य देशों से आतंकवाद के सभी स्वरूपों के खिलाफ एकजुट लड़ाई की अपील की।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री भी रहे मौजूद
बैठक में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ भी मौजूद थे। यह पहला मौका था जब पुलवामा जैसी बड़ी आतंकी घटना के बाद भारत और पाकिस्तान के रक्षा मंत्री किसी साझा मंच पर आमने-सामने दिखे।