हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 6 मई : 2025,
लखनऊ: शहर की पुलिस लाइन में मंगलवार को एक विशेष मॉकड्रिल रिहर्सल का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य हवाई हमले जैसी आपात स्थिति से निपटना था। यह अभ्यास गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार पूरे देशभर में चल रही मॉकड्रिल श्रृंखला का हिस्सा है।
सायरन बजते ही जमीन पर लेटे लोग, आग बुझाने और घायलों को बचाने का अभ्यास

रिहर्सल के दौरान जैसे ही सायरन बजा, सभी प्रतिभागी तुरंत जमीन पर पेट के बल लेट गए और दोनों हाथों से अपने कान बंद कर लिए। यह क्रिया हवाई हमले के दौरान अपनी रक्षा के लिए की जाती है। इसके बाद सिविल डिफेंस की टीमें सक्रिय हो गईं:
- एक टीम ने आग बुझाने की प्रक्रिया का अभ्यास किया।
- दूसरी टीम ने भीड़ नियंत्रित करने का कार्य संभाला।
- तीसरी टीम ने घायलों को निकालने और प्राथमिक चिकित्सा देने का प्रशिक्षण अभ्यास किया।
इस तरह कई बार रिहर्सल दोहराया गया ताकि सभी वालंटियर आपात स्थिति में सतर्कता और तत्परता के साथ काम कर सकें।
बुधवार को शाम 6 से 7 बजे के बीच होगी मुख्य मॉकड्रिल
सिविल डिफेंस के चीफ वार्डन अमरनाथ मिश्र ने जानकारी दी कि बुधवार को शाम 6 बजे से 7 बजे के बीच इस मॉकड्रिल का मुख्य आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह ड्रिल हर वर्ष होती है, लेकिन इस बार देशव्यापी स्तर पर हवाई हमले के विशेष संदर्भ में की जा रही है।
65 वर्षीय किरन राणा बनीं मॉकड्रिल की प्रेरणा, बीमारी के बावजूद सेवा को तत्पर

मॉकड्रिल में एक चेहरा ऐसा भी था जिसने सबका ध्यान खींचा — 65 वर्षीय किरन राणा। बीमार होने के बावजूद वे इस अभ्यास में सक्रिय रूप से शामिल हुईं।
राजाजीपुरम की एलडीए कॉलोनी निवासी किरन राणा वर्ष 2000 से सिविल डिफेंस से जुड़ी हैं और वर्तमान में सेक्टर वार्डन के पद पर कार्यरत हैं।
उन्होंने कहा, “उम्र कोई मायने नहीं रखती, सेवा का भाव होना चाहिए।”
किरन ने फर्स्ट एड, रेस्क्यू और अन्य राहत कार्यों की पूरी ट्रेनिंग ली है और 24 घंटे सेवा के लिए तैयार रहती हैं।
उनका बेटा आकाश सिंह भी सिविल डिफेंस का सदस्य है, जो मंगलवार को शहर से बाहर होने के कारण रिहर्सल में शामिल नहीं हो सका, लेकिन बुधवार की मॉकड्रिल में हिस्सा लेगा।
प्रशासनिक अधिकारी और सैकड़ों वालंटियर रहे मौजूद
इस मॉकड्रिल रिहर्सल में सिविल डिफेंस के सेक्टर वार्डन, वालंटियर, एसीपी चौक राजकुमार सिंह और अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। सभी ने मिलकर हवाई हमले से निपटने की तैयारियों को मजबूती दी।