हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 4 मई : 2025,
विश्व हिंदू रक्षा परिषद के सम्मेलन में सात प्रस्ताव पारित, देश-विदेश से जुटे संत और प्रतिनिधि
लखनऊ, यूपी। राजधानी लखनऊ स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आज विश्व हिंदू रक्षा परिषद द्वारा भव्य धर्म संसद का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन का उद्देश्य था भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की दिशा में विचार-विमर्श और प्रस्तावों का निर्धारण। सम्मेलन में भारत सहित कई देशों से संत, सामाजिक कार्यकर्ता, धार्मिक संगठन और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि शामिल हुए।
सम्मेलन में भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का संकल्प
धर्म संसद की सबसे बड़ी घोषणा यह रही कि भारत को एक “हिंदू राष्ट्र” घोषित करने का संकल्प पारित किया गया। मंच से वक्ताओं ने दावा किया कि सनातन संस्कृति पर हो रहे हमलों को देखते हुए यह कदम “समय की आवश्यकता” बन चुका है।
गोपाल राय बोले – “जब तक भारत हिंदू राष्ट्र नहीं बनता, संघर्ष जारी रहेगा”
विश्व हिंदू रक्षा परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा:
“भारत की सनातन संस्कृति खतरे में है। जब तक इसे हिंदू राष्ट्र घोषित नहीं किया जाता, हमारा संघर्ष जारी रहेगा। यह सिर्फ परिषद का नहीं, हर सनातनी का कर्तव्य है।”
उन्होंने हिंदुओं के आपसी बंटवारे को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा:
“जब तक हिंदू बंटा रहेगा, तब तक कटता रहेगा। अब न बंटना है, न कटना है।”
गोपाल राय ने हालिया घटनाओं को कायराना हमला करार देते हुए हिंदू जागरण की आवश्यकता पर जोर दिया।
धर्म संसद में सात प्रस्ताव पारित
इस महा सम्मेलन में सात अहम प्रस्ताव पारित किए गए, जो इस प्रकार हैं:
- सनातनी हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया, जिससे जरूरतमंद हिंदुओं को त्वरित सहायता मिलेगी।
- भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया।
- मुस्लिम बहुल इलाकों में विश्व हिंदू रक्षा परिषद के कार्यालय खोले जाएंगे, ताकि वहाँ के मंदिरों और हिंदू समुदाय की सुरक्षा हो सके।
- मुर्शिदाबाद में हिंदुओं पर हुए हमले के विरोध में जून में “सनातन यात्रा” निकाली जाएगी, जो पश्चिम बंगाल से शुरू होकर कश्मीर तक जाएगी।
- सनातन धर्म की रक्षा करने वाले व्यक्तियों को “सनातन गौरव सम्मान” दिया जाएगा।
- लव जिहाद को रोकने के लिए संगठित अभियान चलाया जाएगा, विशेषकर हिंदू लड़कियों को जागरूक करने हेतु।
- लैंड जिहाद जैसी घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए एक विशेष “सनातनी सेना” का गठन किया जाएगा।
अयोध्या के संतों का भी मिला समर्थन
इस धर्म संसद को अयोध्या के प्रमुख संतों का भी समर्थन मिला। हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास महाराज ने कहा:
“पहलगाम जैसी घटनाएं धर्म पूछकर की जा रही हैं। अब हिंदू राष्ट्र का निर्माण टालना खतरनाक होगा।”
वहीं, पूर्व सांसद राम विलास वेदांती ने तीव्र प्रतिक्रिया देते हुए कहा:
“अब हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों पर चुप नहीं बैठा जा सकता। देश को अपनी असली पहचान दिलाने का समय आ गया है।”
अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों की विशेष उपस्थिति
इस कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी उपस्थिति दर्ज की गई। सिंगापुर, अमेरिका, ब्राजील, मलेशिया और नेपाल से आए प्रतिनिधियों ने धर्म संसद में भाग लिया और सनातन धर्म की रक्षा के लिए वैश्विक स्तर पर सहयोग की बात कही।
- शिव शंकर (सिंगापुर)
- संजीव शर्मा (ब्राजील)
- राकेश पाल चौपड़ा (अमेरिका)
- पवन कुमार राय (मलेशिया)
- केदार नंदन चौधरी (पूर्व सांसद, नेपाल)
इन सभी ने कहा कि भारत के हिंदू जागरण का असर अब विश्व स्तर पर दिखाई देने लगा है और इसे रोकना अब असंभव है।