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सत्यों गांव ने पेश की मिसाल: ‘शराब परोसोगे तो बहिष्कार झेलोगे’

हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 15अप्रैल: 2025,

उत्तराखंड के अल्मोड़ा में नशे के खिलाफ बड़ी पहल: सत्यों गांव में समारोहों में शराब परोसने पर लगा प्रतिबंध

गांव वालों ने लिया सामूहिक फैसला

उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के लमगड़ा ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले सत्यों गांव ने नशे के खिलाफ एक सराहनीय कदम उठाया है। गांव की एक बैठक में सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया कि अब से गांव में किसी भी प्रकार के समारोह—चाहे वह शादी हो, जन्मदिन पार्टी, नामकरण संस्कार या कोई भी धार्मिक या सांस्कृतिक त्योहार—में शराब नहीं परोसी जाएगी

फैसले के उल्लंघन पर सामूहिक बहिष्कार

गांव वालों ने सख्त ऐलान किया है कि जो कोई इस फैसले का उल्लंघन करेगा, उसका सामूहिक बहिष्कार किया जाएगा। न केवल उसके कार्यक्रम में गांव के लोग शामिल नहीं होंगे, बल्कि सामाजिक स्तर पर भी उसे तिरस्कृत किया जाएगा। यह निर्णय गांव की सामाजिक एकता और भावी पीढ़ी को नशे से बचाने के लिए लिया गया है।

नशे के बढ़ते चलन के खिलाफ विरोध

सत्यों गांव के लोगों का कहना है कि अब तक शादी, बर्थडे पार्टी और त्योहारों में शराब परोसे जाने की परंपरा बढ़ती जा रही थी, जिससे न केवल सामाजिक माहौल खराब हो रहा था बल्कि युवा पीढ़ी पर भी बुरा असर पड़ रहा था। इसी के चलते यह सख्त और सामूहिक निर्णय लिया गया।

12 सदस्यीय समिति का गठन

इस फैसले को लागू कराने और सतत निगरानी रखने के लिए गांव में 12 लोगों की एक समिति बनाई गई है। इस समिति की संरचना इस प्रकार है:

  • अध्यक्ष: ग्राम प्रधान नीमा सतवाल
  • उपाध्यक्ष: पुष्पा देवी
  • सचिव: गीता आर्या
  • सदस्य: अनीता देवी सहित अन्य कुल 12 लोग

यह समिति सुनिश्चित करेगी कि गांव का हर व्यक्ति इस फैसले का पालन करे और इसके उल्लंघन पर उचित कदम उठाए जाएं।

गांव वालों से की गई अपील

समिति और गांव के वरिष्ठ लोगों ने सभी ग्रामीणों से अपील की है कि वे इस निर्णय का पूर्ण समर्थन करें और इसे सफल बनाएं। यह न केवल सामाजिक भलाई के लिए है, बल्कि गांव को नशामुक्त और आने वाली पीढ़ी को स्वस्थ जीवन देने की दिशा में एक सशक्त कदम है।

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