हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ 21 मई : 2025
हरियाणा की रहने वाली और सोशल मीडिया पर सक्रिय यू-ट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी के बाद देश की सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में फंसी ज्योति से मिलिट्री इंटेलिजेंस, आईबी, एनआईए, हरियाणा पुलिस सहित कई एजेंसियां लगातार पूछताछ कर रही हैं। हालांकि अभी तक कोई पुख्ता सुराग हाथ नहीं लगे हैं, जिससे यह साबित किया जा सके कि उसने भारत की गोपनीय जानकारी दुश्मन देश के साथ साझा की है।
मिलिट्री इंटेलिजेंस की पूछताछ में चौंकाने वाली बात सामने आई है कि इस साल जनवरी में हुए पहलगाम आतंकी हमले के दौरान भी ज्योति पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी (PIO) के संपर्क में थी। पूछताछ में उसने पहलगाम जाने का कारण ‘सामान्य दौरा’ बताया, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि उसके दौरे की टाइमिंग और गतिविधियां संदिग्ध थीं।
जांच में यह भी सामने आया कि पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात अधिकारी दानिश से मार्च में ज्योति की बातचीत हुई थी। यह चैट्स ज्योति ने अपने मोबाइल से डिलीट कर दी थीं, हालांकि पूछताछ में उसने इससे इनकार किया। अब उसके दो मोबाइल फोन और लैपटॉप को फॉरेंसिक लैब में भेजा गया है, जहां से डिलीट हुए डाटा को रिकवर किया जा रहा है।
ज्योति ने पूछताछ में खुलासा किया कि हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य हरकीरत सिंह के माध्यम से उसकी मुलाकात पाक दूतावास के अधिकारी दानिश से हुई थी। यहीं से वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के संपर्क में आई। दानिश ने ही उसकी पाकिस्तान यात्रा के लिए वीजा अवधि बढ़वाने में भी मदद की थी।
अब तक की जांच में पता चला है कि ज्योति तीन बार पाकिस्तान जा चुकी है। 17 अप्रैल 2024 को गई यात्रा के दौरान वह 25 मई तक पाकिस्तान में रही। वहां उसने कई ऐसे संवेदनशील स्थानों पर वीडियो शूट किए जहां आम नागरिकों की पहुंच नहीं होती। वह कश्मीर, चीन सीमा, राजस्थान बॉर्डर और पाक-अफगान सीमा जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में भी गई थी। इन यात्राओं के पीछे उसका मकसद अभी संदेह के घेरे में है।
सूत्रों के अनुसार, ज्योति अब पूछताछ में बार-बार बयान बदल रही है और जांच को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। पहले उसने खुद को बेगुनाह बताया, लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, उसकी गतिविधियों में विरोधाभास सामने आ रहे हैं।
ज्योति के मोबाइल और लैपटॉप का डाटा जांच के लिए भेजा गया है। एजेंसियों का मानना है कि क्लाउड डाटा से कई अहम सुराग मिल सकते हैं। ज्योति के कई बैंक खातों का भी पता चला है, जिनमें विदेशी मुद्रा में लेन-देन के संकेत मिले हैं। हालांकि पुलिस अभी इन खातों की राशि और लेन-देन की पूरी जानकारी साझा नहीं कर रही है।
इस मामले के सामने आने के बाद हरियाणा सरकार ने पाकिस्तान समर्थक कंटेंट को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने यूट्यूब चैनलों के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) बनाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही ऐसे चैनलों को तत्काल बंद करने को कहा गया है, जो देशविरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देते हैं या पाकिस्तान का महिमामंडन करते हैं।