हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: गुरुवार 12 जून 2025
लखनऊ। पंचायत और विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुटी समाजवादी पार्टी (सपा) ने संगठन की कमजोर कड़ियों को मजबूत करने की कवायद तेज कर दी है। बुधवार को पार्टी नेतृत्व ने कुशीनगर की जिला इकाई को भंग कर दिया, जिसमें केवल जिलाध्यक्ष को बरकरार रखा गया है। इससे पहले आगरा में भी मुख्य संगठन से लेकर फ्रंटल संगठनों की कार्यकारिणी भंग की जा चुकी है। अब पार्टी नए सिरे से जिम्मेदारियां बांटने पर मंथन कर रही है।
चुनावी रणनीति के तहत सपा संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करने में जुटी है, लेकिन कुछ जिलों में अपेक्षित परिणाम नहीं मिलने से पार्टी ने संगठन में फेरबदल शुरू कर दिया है। आगरा में हाल ही में बिजली बिल जमा न होने के कारण सपा कार्यालय का बिजली कनेक्शन काट दिया गया था, जिसके बाद संगठन के कामकाज पर सवाल उठे थे। नतीजतन, वहां जिला, शहर और सभी फ्रंटल संगठनों की कार्यकारिणी भंग कर दी गई। अभी आगरा में नई जिम्मेदारियां बांटी नहीं गई हैं।
इसी कड़ी में कुशीनगर में भी कार्रवाई की गई। हाल ही में कुशीनगर के जिलाध्यक्ष मोहम्मद शुकरुल्लाह का निधन हो गया था, जिसके बाद पूर्व एमएलसी रामअवध यादव को जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई। प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल ने जिलाध्यक्ष को छोड़कर जिला कार्यकारिणी, विधानसभा क्षेत्र अध्यक्षों और अन्य फ्रंटल संगठनों की कार्यकारिणी को भंग कर दिया।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि सपा आगामी चुनावों में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती। संगठन को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए कमजोर प्रदर्शन वाले जिलों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। माना जा रहा है कि जल्द ही कुछ और जिलों में भी संगठन में बदलाव हो सकता है। सपा का यह कदम चुनावी तैयारियों को गति देने और संगठन को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।