जिला पंचायत में करोड़ों का टेंडर घोटाला: फर्जी दस्तावेज़ों के ज़रिए ठगी, 10 लोगों पर मुकदमा दर्ज
हाथरस – शातिर लोगों ने कूटरचित दस्तावेज़ों और फर्जी पहचान के आधार पर जिला पंचायत हाथरस में करोड़ों रुपये के टेंडर प्राप्त कर लिए और भुगतान भी करा लिया। इस मामले में कासगंज की जिला पंचायत अध्यक्ष रत्नेश कश्यप के पति वासुदेव कुमार उर्फ बौबी समेत 10 लोगों के खिलाफ हाथरस गेट कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पीड़ित हिमांशु, निवासी मोहल्ला इंद्रपुरी, कस्बा सिढ़पुरा (कासगंज), ने सीजेएम कोर्ट हाथरस में प्रार्थनापत्र देकर बताया कि आगरा निवासी रूपेंद्र व उनकी पत्नी शीतल ने पहले मकान किराए पर लिया और फिर झांसा देकर उसे अपने व्यवसाय में पार्टनर बना लिया। इस तरह 49,89,000 रुपये ठग लिए।
आरोपियों ने फर्जी चरित्र प्रमाणपत्र व हैसियत प्रमाणपत्र हाथरस एसपी कार्यालय से बनवाए और शीतल के आधार कार्ड में इलेक्ट्रॉनिक तरीके से बदलाव कर पता हाथरस का दर्शाया। इस कूटरचित दस्तावेज़ के आधार पर “मैसर्स बालाजी कंस्ट्रक्शन” नामक फर्म बनाकर 2023–24 में करोड़ों के टेंडर हासिल किए।
उन्होंने डामर, सीमेंट, इंटरलॉकिंग सड़क निर्माण आदि के फर्जी बिल वाउचर लगाकर भुगतान भी ले लिया, जिससे सरकारी राजस्व और जीएसटी विभाग को भारी नुकसान हुआ।
न्यायालय के आदेश पर FIR दर्ज
सीजेएम कोर्ट के आदेश के बाद हाथरस गेट थाना पुलिस ने आठ नामजद समेत 10 आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसएचओ अरविंद राठी के अनुसार सभी आरोपियों से पूछताछ की जाएगी।
जिला पंचायत अध्यक्ष रत्नेश कश्यप का बयान
“मुझे इस प्रकरण की जानकारी नहीं है। जानकारी मिलने के बाद ही कुछ कह सकूंगी।”
मुख्य बिंदु:
फर्जी दस्तावेज़ों के आधार पर करोड़ों के टेंडर हासिल
पीड़ित से 49.89 लाख रुपये की ठगी
न्यायालय के आदेश पर FIR दर्ज
राजस्व और टैक्स विभाग को भारी नुकसान
यह मामला सरकारी तंत्र में दस्तावेज़ सत्यापन की लापरवाही और संगठित धोखाधड़ी की गंभीरता को दर्शाता है।