हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 26 अप्रैल: 2025,
पूरे शहर में स्वैच्छिक बंद, व्यापारियों और जनता का मिला समर्थन
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में मेरठ शहर ने शनिवार को स्वेच्छा से बंद का आह्वान किया। इस बंद को व्यापारियों, सामाजिक संगठनों और आम जनता का भरपूर समर्थन मिला। मेरठ के सभी प्रमुख बाजार, प्रतिष्ठान, स्कूल-कॉलेज और पेट्रोल पंप पूरी तरह बंद रहे।
शहर में सन्नाटा पसरा रहा और सड़कों पर सिर्फ पुलिसकर्मी और प्रदर्शनकारी ही नजर आए। दुकानों के शटर डाउन रहे और आम दिनों की चहल-पहल पूरी तरह से गायब थी। इस बंद के जरिए मेरठवासियों ने आतंकवाद के खिलाफ अपना गुस्सा और पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने भी बंद का समर्थन किया
डॉक्टरों की संस्था इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने भी बंद का समर्थन किया। IMA ने शनिवार को सभी ओपीडी सेवाएं बंद रखने का निर्णय लिया, हालांकि आपातकालीन सेवाएं चालू रखी गईं ताकि जरूरतमंद मरीजों को आवश्यक उपचार मिल सके।
आतंकवाद के खिलाफ मेरठ में आक्रोश मार्च
शहर के विभिन्न इलाकों में लोगों ने आक्रोश मार्च निकाला। हाथों में तख्तियां और राष्ट्रीय ध्वज लिए लोगों ने ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। युवा से लेकर बुजुर्ग तक हर वर्ग के लोग सड़कों पर उतर आए और आतंकवाद के खिलाफ अपनी एकजुटता का प्रदर्शन किया।
शुभम द्विवेदी की शहादत से उपजा आक्रोश
गौरतलब है कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के निवासी शुभम द्विवेदी शहीद हो गए थे। उनकी शहादत के बाद उत्तर प्रदेश भर में गुस्सा और आक्रोश फैल गया है। विभिन्न जिलों में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं, और मेरठ का बंद उसी श्रृंखला का एक हिस्सा है।
व्यापारियों ने दिखाया एकजुटता का अद्भुत उदाहरण
मेरठ के व्यापारियों ने बिना किसी दबाव के अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाई। बंद पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा, लेकिन जनता का गुस्सा और दर्द साफ तौर पर महसूस किया जा सकता था। मेरठवासियों ने यह संदेश दिया कि देश की जनता अब आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है और शहीदों के सम्मान में कोई कमी नहीं छोड़ेगी।