आज रात 7 सितंबर को साल का आखिरी चंद्रग्रहण लगने जा रहा है। रात 9:58 बजे से शुरू होकर यह अद्भुत खगोलीय घटना 8 सितंबर की देर रात 1:26 बजे तक चलेगी। यानी करीब 82 मिनट तक लोग इस रोमांचकारी नजारे के साक्षी बनेंगे। मौसम साफ रहा तो यह ग्रहण देश के अधिकांश हिस्सों से आसानी से देखा जा सकेगा।
पांच घंटे में तीन बार बदलेगा रंग
ग्रहण के दौरान चांद का रंग बदलता हुआ दिखाई देगा। पहले यह हल्का नारंगी होगा, फिर गहरा लाल और उसके बाद दोबारा नारंगी आभा में नज़र आएगा। पूर्ण ग्रहण धीरे-धीरे खत्म होते हुए चंद्रमा को छाया से मुक्त करेगा और करीब 1:25 बजे तक यह पूरी तरह समाप्त हो जाएगा।
पितृपक्ष और सूतक का असर
यह चंद्रग्रहण भाद्रपद पूर्णिमा की रात में लगेगा। इसी दिन पितृपक्ष की शुरुआत होगी। विद्वानों के अनुसार, श्राद्ध और तर्पण जैसे कर्मकांडों पर इस ग्रहण का सूतक प्रभावी नहीं होगा। सूतक काल आज दोपहर 12:57 बजे से शुरू हुआ है, लेकिन पितृकर्म इससे अप्रभावित माने जाते हैं।
चंद्रग्रहण के दौरान सावधानियां
ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण के समय कुछ कामों से परहेज करना चाहिए। ग्रहण के दौरान भोजन करना वर्जित माना गया है। वहीं, इस अवधि में ध्यान, जप और पूजा करने से सकारात्मक ऊर्जा का लाभ मिलता है।
क्या करें और क्या न करें
ग्रहण से पहले और बाद में स्नान करना शुद्धि का प्रतीक माना जाता है। इससे व्यक्ति नकारात्मक ऊर्जा से मुक्त होता है। ध्यान या मंत्र-जप करने से मन की शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त होती है। परंपरागत मान्यताओं के मुताबिक, यदि आपके शहर में ग्रहण दिखाई नहीं देता, तो विशेष नियमों का पालन आवश्यक नहीं है।
यह चंद्रग्रहण न केवल वैज्ञानिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं से भी जुड़ा हुआ है। इसलिए लोग इसे उत्सुकता और श्रद्धा दोनों भाव से देख रहे हैं।