हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: सोमवार 9 जून 2025
ग्रेटर नोएडा। शहर में बढ़ते ट्रैफिक जाम की समस्या को सुलझाने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने कमर कस ली है। खासतौर पर परी चौक और ग्रेटर नोएडा वेस्ट जैसे अत्यधिक भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में यातायात को सुचारु बनाने के लिए स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (एसपीए) को जिम्मेदारी सौंपी गई है। एसपीए की टीम इन इलाकों का गहराई से अध्ययन कर एक दीर्घकालिक कार्य योजना तैयार करेगी।
नोएडा एयरपोर्ट शुरू होते ही बढ़ेगा यातायात दबाव
प्राधिकरण के अधिकारियों के मुताबिक, अगले कुछ महीनों में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ानें शुरू होने की संभावना है। इसके चलते परी चौक और ग्रेटर नोएडा वेस्ट में वाहनों का भार और बढ़ेगा। साथ ही एक्सपो मार्ट में होने वाले राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय आयोजनों के दौरान भी दिल्ली-एनसीआर, आगरा, मथुरा व अलीगढ़ से आने-जाने वाले भारी वाहनों के कारण अक्सर भारी जाम लग जाता है।
प्रमुख समस्या वाले क्षेत्र
परी चौक, पी-3, अल्फा, कासना, नॉलेज पार्क और एलजी गोलचक्कर जैसे इलाकों में प्रतिदिन सुबह और शाम को जाम की स्थिति बनी रहती है। परी चौक न केवल शहर का मुख्य प्रवेश द्वार है बल्कि यहां रैपिड रेल स्टेशन भी प्रस्तावित है, जिससे यहां यातायात दबाव और बढ़ने की आशंका है।
एसपीए की ओर से सड़क चौड़ीकरण, गोलचक्कर का पुनःडिजाइन, फुटओवर ब्रिज, वैकल्पिक मार्ग, फ्लाईओवर और सार्वजनिक परिवहन को मजबूत करने जैसे विकल्पों का अध्ययन किया जाएगा। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में तेजी से हो रही बसावट के कारण अगले एक-दो वर्षों में यहां डेढ़ से दो लाख की अतिरिक्त आबादी बसने की संभावना है। इससे वाहनों की संख्या में भी भारी इजाफा होगा।
परी चौक पर दबाव को कम करने के लिए एलजी गोलचक्कर से नॉलेज पार्क होते हुए सेक्टर 146, नोएडा एक्सप्रेसवे तक कनेक्टिविटी तैयार की जा रही है। इस मार्ग के चालू होने से बड़ी संख्या में वाहन परी चौक पर पहुंचे बिना ही अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे।