हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:19 जुलाई 2025
जौनपुर: ओपी राजभर का तीखा बयान – “पीला साफा अब सिर्फ परिधान नहीं, पहचान बन चुका है”
इस्माइला गांव में हुआ महाराजा सुहेलदेव की प्रतिमा का अनावरण
जौनपुर के जफराबाद विधानसभा क्षेत्र स्थित इस्माइला गांव में महाराजा सुहेलदेव की प्रतिमा का अनावरण कार्यक्रम धूमधाम से संपन्न हुआ। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम में अरविंद राजभर समेत बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया।
पीले गमछे पर ओपी राजभर का बड़ा दावा
मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने अपने संबोधन में कहा कि “पीला साफा या गमछा अब केवल एक परिधान नहीं, बल्कि हमारी पहचान बन गया है।” उन्होंने कहा कि आज जब कोई व्यक्ति पीला गमछा डालकर डीएम, एसपी या किसी दरोगा से मिलने जाता है, तो प्रशासन के लोग तुरंत सतर्क हो जाते हैं, यह सोचकर कि शायद खुद ओपी राजभर सामने हैं। उन्होंने इसे सामाजिक-सियासी बदलाव का प्रतीक बताया।
वाराणसी विवाद की पृष्ठभूमि में दिया गया बयान
माना जा रहा है कि यह बयान वाराणसी के छितौना गांव में ठाकुर और राजभर समुदाय के बीच हाल ही में हुए विवाद की पृष्ठभूमि में दिया गया है। मामले की जांच पहले से एसआईटी कर रही है। ऐसे में राजभर के बयान को समाज को एकजुट करने और संदेश देने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
अखिलेश यादव और सपा पर बोला हमला
ओपी राजभर ने समाजवादी पार्टी और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा का काम अब सिर्फ सरकार की योजनाओं का विरोध करना रह गया है। चाहे राम मंदिर निर्माण का मसला हो, किसानों को सम्मान निधि मिले या आयुष्मान भारत योजना – सपा ने हर अच्छी योजना पर भ्रम फैलाने का प्रयास किया है।
कथावाचक विवाद पर भी दी प्रतिक्रिया
हाल ही में कथावाचक अनिरुद्धाचार्य को लेकर अखिलेश यादव की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए राजभर ने कहा कि धार्मिक मामलों में राजनीति घुसाना गलत है। यह लोगों की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करने जैसा है। उन्होंने सपा नेताओं की भाषा और तेवर को लेकर भी आपत्ति जताई।
ग्रामीणों ने जमीन दान कर दिखाया समर्पण
इस कार्यक्रम की खास बात यह रही कि गांव के लोगों ने महाराजा सुहेलदेव की प्रतिमा स्थापना के लिए स्वेच्छा से भूमि दान की। मंच से मंत्री राजभर ने समाज को संगठित रहने, आत्मसम्मान बनाए रखने और अपने अधिकारों के लिए सजग रहने का आह्वान किया।