हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए उन्हें “महान व्यक्ति और मित्र” बताया और संकेत दिया कि वे अगले साल भारत यात्रा पर आ सकते हैं। व्हाइट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ट्रंप ने कहा कि मोदी के साथ उनकी बातचीत बेहद अच्छी चल रही है और भारत ने रूस से तेल खरीद लगभग बंद कर दी है। जब उनसे पूछा गया कि क्या वे अगले साल भारत जाएंगे, तो ट्रंप ने जवाब दिया– “हां, हो सकता है।”
हालांकि द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, वाशिंगटन द्वारा बढ़े हुए टैरिफ लगाने के बाद ट्रंप ने इस साल के अंत में भारत में होने वाले क्वाड शिखर सम्मेलन में शामिल न होने का निर्णय लिया था। रिपोर्ट में कहा गया कि ट्रंप ने पहले मोदी को भरोसा दिया था कि वे सम्मेलन में आएंगे, लेकिन बाद में योजना बदल दी।
ट्रंप ने ये टिप्पणियां उस प्रेस ब्रीफिंग में कीं जहां अमेरिका में वजन घटाने की दवाओं की लागत घटाने की नई योजना की घोषणा की गई थी। इस दौरान एक प्रतिनिधि के बेहोश होने पर कार्यक्रम कुछ समय के लिए रोका गया। बाद में व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने बताया कि वह व्यक्ति अब ठीक हैं और प्रेस कॉन्फ्रेंस दोबारा शुरू की गई।
भारत-अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता इस समय तनावपूर्ण दौर में है। अमेरिका ने भारत द्वारा रूसी तेल की खरीद जारी रखने पर 25 से 50 प्रतिशत तक अतिरिक्त टैरिफ लगाने का फैसला किया है। इसके बावजूद ट्रंप ने द्विपक्षीय रिश्तों को “मजबूत और रचनात्मक” बताया। उन्होंने हाल ही में ओवल ऑफिस में भारतीय-अमेरिकी अधिकारियों के साथ दिवाली भी मनाई, जिससे रिश्तों की गर्मजोशी का संकेत मिला।
ट्रंप की ये टिप्पणियां रूस को वैश्विक स्तर पर अलग-थलग करने की अमेरिकी रणनीति का हिस्सा मानी जा रही हैं। भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देश की ऊर्जा नीति पूरी तरह राष्ट्रीय हितों और उपभोक्ता कल्याण पर आधारित है। प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत तेल और गैस का एक प्रमुख आयातक है, और अस्थिर ऊर्जा बाजार में भारतीय उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। भारत विविध स्रोतों से ऊर्जा खरीदकर कीमतों और आपूर्ति की स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।













