हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 16 अप्रैल: 2025,
बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश: खुर्जा तहसील के सौंदा हबीबपुर गांव में बुधवार सुबह उस समय माहौल गरमा गया जब गांव के मुख्य द्वार पर लगा डॉ. भीमराव आंबेडकर का झंडा गायब पाया गया। झंडा हटाने की सूचना मिलते ही ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया और सैकड़ों की संख्या में लोग एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन करने लगे।
झंडा हटाने की घटना के विरोध में ग्रामीणों ने इसे बाबा साहब और समाज का अपमान बताते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की। यह झंडा दो दिन पहले जाटव समाज द्वारा आंबेडकर जयंती के अवसर पर गांव के मुख्य द्वार पर लगाया गया था। ग्रामीणों का आरोप है कि झंडा जानबूझकर हटाया गया और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
स्थिति को बिगड़ता देख मौके पर सीओ खुर्जा विकास प्रताप सिंह समेत खुर्जा नगर, खुर्जा देहात और अरनिया थानों की पुलिस बल और पीएसी की एक कंपनी तैनात की गई। तीन घंटे तक चले हंगामे के दौरान ग्रामीणों की मुख्य मांग थी कि झंडा ससम्मान पुनः लगाया जाए और झंडा हटाने वाले युवक को गिरफ्तार किया जाए।
घटनास्थल पर मदनपुर गांव के प्रधान अनिल चौधरी उर्फ बब्बन और अन्य स्थानीय लोगों के प्रयासों से माहौल शांत कराया गया। पुलिस प्रशासन ने ग्रामीणों की मांग के अनुसार डॉ. भीमराव आंबेडकर का झंडा दोबारा उसी स्थान पर लगवाया और झंडा उतारने वाले की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया।
सीओ खुर्जा विकास प्रताप सिंह ने कहा, “गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस की टीम निरंतर गश्त कर रही है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है।”
फिलहाल गांव में स्थिति सामान्य है लेकिन प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है ताकि कोई दोबारा ऐसा विवाद न हो।