हरियाणा सरकार ने जबरिया रिटायरमेंट को भेजा प्रस्ताव
नई दिल्ली । उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले के गांव बादलपुर निवासी आईएएस अधिकारी रानी नागर की नौकरी पर खतरा पैदा हो गया है। हरियाणा की सरकार ने उन्हें जबरिया रिटायरमेंट करने के लिए केंद्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण मंत्रालय को प्रस्ताव भेज दिया है। आरोप है कि रानी नगर पिछले काफी समय से ड्यूटी से गैर हाजिर चल रही हैं। उधर इस मुद्दे को लेकर यूपी और हरियाणा के बीच सियासत गरमा गई है ।
मूल रूप से यूपी के गौतमबुद्ध नगर की तहसील दादरी के गांव बादलपुर निवासी रानी नगर वर्ष 2014 की हरियाणा कैडर की आईएएस हैं। उन्होंने 27 अक्टूबर 2020 तक अभिलेखागार विभाग के अतिरिक्त सचिव व निदेशक के रूप में कार्य किया । उसके बाद आरोप है कि वह गैर हाजिर चल रही हैं। वह जब 2018 में पशुपालन विभाग में जब अतिरिक्त सचिव थीं, तब उन्होंने विभाग के ही तत्कालीन अतिरिक्त मुख्य सचिव पर अभद्रता करने और उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। साथ ही निजी जीवन को खतरा बताते हुए उन्होंने अपना इस्तीफा हरियाणा सरकार को भेजा था । लेकिन उस समय सरकार ने इस्तीफा नामंजूर कर दिया था। लेकिन अब हरियाणा सरकार ने काफी समय से गैर हाजिर रहने का आरोप लगाकर उन्हें जबरन रिटायरमेंट करने का प्रस्ताव भेज दिया है । हरियाणा सरकार का दावा है कि उन्हें गैरहाजिर रहने पर कई नोटिस दिए गए, लेकिन उन्होंने किसी का जवाब नहीं दिया है।
मायावती ने दिया साथ
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती भी बादलपुर गांव की रहने वाली हैं। इसलिए 2018 में जब रानी नागर ने इस्तीफा भेजा था, उस समय मायावती खुलकर उनके समर्थन में आ गई थीं। अब देखना है की रानी नागर का प्रकरण क्या रुख अख्तियार करता है।