हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 20 अप्रैल: 2025,
वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर विपक्ष पर साधा निशाना
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल ने वक्फ संशोधन विधेयक 2025 को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि देशभर में फैली वक्फ की लाखों एकड़ जमीनों पर वर्षों से अवैध कब्जे हैं, जिन्हें अब मोदी सरकार मुक्त कराएगी। उनका कहना है कि यह कानून मुस्लिम समाज के लिए एक ऐतिहासिक अवसर लेकर आया है।
विपक्ष फैला रहा है भ्रम: अग्रवाल
डॉ. अग्रवाल ने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि वक्फ विधेयक को लेकर विपक्ष जानबूझकर मुस्लिम समाज में भ्रम फैला रहा है। उन्होंने कहा, “विपक्ष यह प्रचारित कर रहा है कि यह मुसलमान विरोधी कानून है, जबकि सच्चाई यह है कि यह विधेयक मुस्लिम समाज के अधिकारों को सुरक्षित करने वाला और उनके विकास का मार्ग प्रशस्त करने वाला है।”
संसद में हुई विस्तृत चर्चा, कानून को मिली मंज़ूरी
बीजेपी महासचिव ने बताया कि वक्फ संशोधन विधेयक पर संसद के दोनों सदनों में विस्तृत चर्चा हुई। हर पक्ष को अपनी बात रखने का मौका मिला और घंटों बहस के बाद यह बिल पास हुआ। अब यह विधेयक कानून बन चुका है और बीजेपी इसे लेकर जनता के बीच जाएगी।
जनता को जागरूक करेगी बीजेपी
डॉ. अग्रवाल ने कहा, “हम जनता को बताएंगे कि इस कानून की बारीकियां क्या हैं और कैसे यह बिल मुस्लिम समाज के हित में है। विपक्ष यह नहीं कह पा रहा कि हम अवैध कब्जों को हटवा रहे हैं, बल्कि वह सिर्फ दुष्प्रचार कर रहा है।”
वक्फ की खाली जमीनों का होगा जनकल्याण में उपयोग
उन्होंने जानकारी दी कि देशभर में वक्फ की लाखों एकड़ जमीनें हैं, जिन पर अवैध कब्जे हैं। अब सरकार उन जमीनों को कब्जा मुक्त कराएगी और वहां मुस्लिम समाज के लिए अस्पताल, स्कूल और अन्य जनकल्याणकारी संस्थान बनवाएगी। उनका मानना है कि इससे अगले 5 वर्षों में मुस्लिम समाज के जीवन स्तर में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा।
क्या है वक्फ संशोधन विधेयक 2025?
वक्फ बोर्ड एक मुस्लिम धर्मार्थ संस्था है, जो समुदाय के हित में संपत्तियों और जमीनों का प्रबंधन करती है। बीते वर्षों में कई जगह वक्फ संपत्तियों पर अवैध कब्जे, अनियमितताएं और पारदर्शिता की कमी सामने आई थी। वक्फ संशोधन विधेयक 2025 में निम्नलिखित प्रमुख प्रावधान किए गए हैं:
- वक्फ संपत्तियों का डिजिटलीकरण
- पारदर्शी रिकॉर्ड बनाए रखना अनिवार्य
- अवैध कब्जों पर सख्त कार्रवाई
- वक्फ बोर्ड की जवाबदेही तय करना
मुस्लिम समाज के लिए “स्वर्णिम दिन” की शुरुआत
डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा, “हम अपने मुस्लिम भाइयों को समझाएंगे, जागरूक करेंगे कि यह कानून उनके अधिकारों को सुरक्षित करने वाला है और यह उनके लिए स्वर्णिम दिन की शुरुआत है। अब तक जो वक्फ की जमीनें खाली पड़ी थीं या कब्जे में थीं, उन पर जनहित के कार्य होंगे।”