हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 25 अप्रैल: 2025,
पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र का सख्त कदम
हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। सरकार ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जिन पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा खत्म हो चुका है और वे अब भी भारत में रह रहे हैं, उन्हें तत्काल देश छोड़ना होगा।
यूपी में 1800 पाकिस्तानी नागरिकों की मौजूदगी
उत्तर प्रदेश पुलिस प्रमुख (DGP) प्रशांत कुमार ने जानकारी दी कि प्रदेश में लगभग 1800 पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं, जो विभिन्न वर्षों में वीजा पर आए थे लेकिन वापस नहीं लौटे। इनमें वे लोग शामिल नहीं हैं जिन्होंने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के तहत आवेदन किया है, जैसे कि पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थी।
कानूनी कार्रवाई की चेतावनी
DGP ने साफ कहा कि जो लोग निर्धारित समयसीमा के बाद भी भारत में अवैध रूप से रहेंगे, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इन पर वीजा उल्लंघन, अवैध निवास और पहचान बदलने जैसे गंभीर आरोप लग सकते हैं।
लोकल इंटेलिजेंस यूनिट जुटा रही ब्योरा
राज्य की लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (LIU) और केंद्रीय एजेंसियां पाकिस्तानी नागरिकों का पूरा विवरण जुटा रही हैं। हर जिले में यह जानकारी एकत्र की जा रही है, ताकि आगे की कार्रवाई तय की जा सके। उदाहरण के तौर पर:
- बरेली: 35 पाकिस्तानी नागरिक
- रामपुर: 30
- बुलंदशहर: 18
- वाराणसी: 10
वीजा खत्म होने के बाद पहचान बदल लेते हैं
यूपी में हजारों मुस्लिम परिवारों की रिश्तेदारी पाकिस्तान में है। ऐसे में कई पाकिस्तानी नागरिक वीजा की मियाद खत्म होने के बाद गायब हो जाते हैं या पहचान बदलकर रहने लगते हैं। हाल ही में बरेली में एक मां-बेटी को पाकिस्तानी नागरिक होने के चलते सरकारी नौकरी से बर्खास्त किया गया और उनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ।
नेपाल रूट से हो रही घुसपैठ
कई पाकिस्तानी नागरिक वीजा के बिना नेपाल के रास्ते भारत में प्रवेश करते हैं। सीमा हैदर का मामला इसी श्रेणी का उदाहरण है, जो नेपाल होते हुए नोएडा पहुंची थी। अधिकारियों का कहना है कि बांग्लादेशी घुसपैठियों की तुलना में पाकिस्तानी नागरिकों की संख्या कम है, लेकिन पहचान बदलकर दस्तावेज तैयार करा लेने से उनकी पहचान करना कठिन हो जाता है।