हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़, 27 अगस्तः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के सामाजिक कार्य विभाग द्वारा शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए नवप्रवेशित मास्टर ऑफ सोशल वर्क (एमएसडब्ल्यू) प्रथम सेमेस्टर के छात्रों के लिए 30वां ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को विभाग की शैक्षणिक व्यवस्था, पाठ्यक्रम की संरचना, फील्ड वर्क की प्रक्रिया और सामाजिक कार्य क्षेत्र में करियर की संभावनाओं से परिचित कराना था।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रो. विभा शर्मा, मेंबर इंचार्ज (जनसंपर्क), एएमयू ने डिजिटल युग में शिक्षकों की बदलती भूमिका और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के प्रभाव पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि डिजिटल माध्यम शिक्षा को सुलभ तो बनाते हैं, लेकिन भौतिक कक्षा का समग्र अनुभव-जैसे आपसी संवाद, समूह में सीखने की प्रक्रिया और शैक्षणिक जुड़ाव का विकल्प नहीं हो सकते। उन्होंने एएमयू के संस्थापक सर सैयद अहमद खान के कार्यों, विशेषकर आसार-उस-सनादीद को पढ़ने और समझने की सलाह दी, जो आज भी प्रासंगिक हैं।
विशिष्ट अतिथि प्रो. नसीम अहमद खान ने विभाग द्वारा शहरी क्षेत्रों और एएमयू द्वारा अपनाए गए गांवों में किए जा रहे सामाजिक कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि वर्तमान सामाजिक चुनौतियों से निपटने में सामाजिक कार्य की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।
कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष और सामाजिक विज्ञान संकाय के डीन प्रो. इकराम हुसैन ने विभाग की शैक्षणिक विरासत पर प्रकाश डाला। उन्होंने विभाग के छात्रों द्वारा नेट एवं जेआरएफ जैसी प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में सफलता का उल्लेख करते हुए छात्रों को उच्च शैक्षणिक मानदंड बनाए रखने के लिए प्रेरित किया, ताकि विभाग की पहचान राष्ट्रीय स्तर पर और सुदृढ़ हो सके।
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. मोहम्मद आरिफ खान के स्वागत भाषण से हुई, जिन्होंने शिक्षकों, शोधार्थियों और छात्रों का स्वागत किया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. मोहम्मद ताहिर ने विभाग की उपलब्धियों और शैक्षणिक प्रगति पर एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की।
कार्यक्रम का समापन डॉ. समीरा खानम द्वारा दिए गए धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ। इस अवसर पर विभाग के शिक्षक, शोध छात्र एवं वरिष्ठ एमएसडब्ल्यू छात्र भी उपस्थित रहे।