हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ 20 मई : 2025
अंबेडकरनगर (टांडा)। उत्तर प्रदेश एटीएस ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में टांडा कस्बे के मोहल्ला आजादनगर निवासी शहजाद को गिरफ्तार किया है। मसालों और वस्त्र व्यापार की आड़ में वह सीमा पार तस्करी, संदिग्ध यात्राओं और संवेदनशील सूचनाओं के आदान-प्रदान में संलिप्त पाया गया। इस कार्रवाई से टांडा एक बार फिर राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर आ गया है।
शहजाद पिछले कुछ वर्षों से पाकिस्तान से लेडीज सूट और मसाले मंगाकर बेचने का कार्य करता था। एटीएस की जांच में सामने आया कि व्यापार की आड़ में वह कई बार पाकिस्तान गया और वहां आईएसआई एजेंटों से मिला। जांच एजेंसियों के अनुसार, शहजाद ने भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों से जुड़ी संवेदनशील जानकारियाँ पाक एजेंटों को पहुंचाईं। इतना ही नहीं, उस पर पाक एजेंटों को भारतीय सिम कार्ड उपलब्ध कराने और कुछ संदिग्ध लोगों को अवैध रूप से सीमा पार भेजने में मदद करने का भी आरोप है।
शनिवार को शहजाद से पूछताछ के बाद उसे छोड़ा गया था, लेकिन रविवार को मोबाइल लौटाने के बहाने मुरादाबाद बुलाकर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद उसके कॉल डिटेल्स, पासपोर्ट, वीजा दस्तावेज और आर्थिक लेनदेन की गहन जांच की जा रही है। स्थानीय पुलिस भी उसके सामाजिक और पारिवारिक संपर्कों की छानबीन में जुटी है। सूत्रों के अनुसार, एजेंसियां इस बात का पता लगाने का प्रयास कर रही हैं कि उसके संपर्क में और कौन-कौन लोग थे।
शहजाद की गिरफ्तारी के बाद उसका परिवार सदमे में है। पत्नी राजिया ने सभी आरोपों को निराधार बताते हुए न्याय की गुहार लगाई है। उनका कहना है, “अगर हम विदेशी पैसे से लाभ कमा रहे होते, तो दस साल से घर बनाते समय इतनी परेशानियाँ क्यों होतीं?” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तान यात्रा केवल पारिवारिक मुलाकात के लिए थी।
आजादनगर मोहल्ले में शहजाद की गिरफ्तारी के बाद सन्नाटा पसरा हुआ है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि शहजाद एक सरल स्वभाव का व्यक्ति था और किसी भी विवाद में कभी शामिल नहीं हुआ। वह पांच भाइयों में सबसे बड़ा है और वर्षों से सामान्य आर्थिक स्थिति में जीवन व्यतीत कर रहा था।
यह पहला मौका नहीं है जब टांडा का नाम पाकिस्तान कनेक्शन में सामने आया हो। वर्ष 2021 में गुजरात पुलिस ने धर्मांतरण मामले में टांडा निवासी मोहम्मद अहमद को हिरासत में लिया था। यह मामला उमर गौतम और सलाउद्दीन शेख से जुड़ा था। अहमद को वडोदरा में दर्ज एफआईआर के आधार पर पकड़ा गया था। उसी वर्ष जून में एटीएस ने भी उससे पूछताछ की थी।
इसी प्रकार, टांडा क्षेत्र के ही मुतीयापुरा गांव निवासी अनस को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अक्टूबर 2021 में पाकिस्तानी हैंडलर्स को धार्मिक स्थलों की जानकारी भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया था। अनस की गिरफ्तारी के बाद गाँव में खामोशी छा गई थी, जबकि परिवार उसकी संलिप्तता से इनकार करता रहा।
शहजाद की गिरफ्तारी से एक बार फिर स्पष्ट हुआ है कि यूपी एटीएस और अन्य खुफिया एजेंसियां लगातार उन नेटवर्कों को बेनकाब करने में लगी हैं, जो भारत विरोधी तत्वों से जुड़े हुए हैं। अब सुरक्षा एजेंसियों की नजर इस बात पर है कि शहजाद के संपर्क में कौन-कौन लोग थे और कहीं कोई बड़ा नेटवर्क तो नहीं सक्रिय है।