हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ 21 मई : 2025
कानपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 मई को कानपुर के गोविंदपुरी रेलवे स्टेशन सहित देशभर के 103 पुनर्विकसित रेलवे स्टेशनों का वर्चुअल माध्यम से लोकार्पण करेंगे। रेलवे द्वारा आयोजित इस विशेष कार्यक्रम को देश की सेना की वीरता और बलिदान को समर्पित किया गया है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता की झलक इस आयोजन में देखने को मिलेगी।
गोविंदपुरी रेलवे स्टेशन पर लोकार्पण समारोह के दौरान सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें स्थानीय स्कूलों के बच्चे वीर सैनिकों को समर्पित देशभक्ति गीतों और नृत्यों के माध्यम से अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इसके साथ ही, सेना के शौर्य को दर्शाती चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाएगा। सेंट्रल स्टेशन के निदेशक आशुतोष सिंह ने बताया कि इस प्रतियोगिता में चयनित विजेताओं को मौके पर सम्मानित भी किया जाएगा।
गणमान्य जन होंगे शामिल
रेलवे द्वारा आयोजित इस समारोह में विधानसभा अध्यक्ष, स्थानीय सांसद, विधायकों और अन्य गणमान्य अतिथियों को आमंत्रित किया गया है। यह कार्यक्रम न केवल एक स्टेशन के पुनर्विकास का जश्न होगा, बल्कि यह देश के वीर जवानों की वीरता को जन-जन तक पहुंचाने का माध्यम भी बनेगा।
अमृत भारत योजना के तहत हुआ विकास
गोविंदपुरी स्टेशन का पुनर्विकास 25.50 करोड़ रुपये की लागत से ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत किया गया है। अब स्टेशन पर 24 कोच वाली लंबी दूरी की ट्रेनों के संचालन के अनुकूल प्लेटफॉर्म तैयार किए गए हैं। यात्री सुविधाओं में भी उल्लेखनीय सुधार हुआ है। स्टेशन पर आधुनिक प्रतीक्षालय, नई सीढ़ियों के साथ पैदल पुल, साफ-सुथरे प्लेटफॉर्म, वेंटिलेशन की बेहतर व्यवस्था और डिजिटल डिस्प्ले जैसी सुविधाएं यात्रियों को मिलेंगी।
शहर का दूसरा प्रमुख स्टेशन बनेगा गोविंदपुरी
अभी तक गोविंदपुरी स्टेशन से 37 जोड़ी ट्रेनें संचालित हो रही थीं, जो सेंट्रल स्टेशन के लोड को कम करने में मदद कर रही हैं। 25 जुलाई से यहां से 12 जोड़ी नई ट्रेनें और शुरू की जाएंगी, जिनमें से अधिकांश को प्रयागराज रूट पर डायवर्ट किया जाएगा। इससे गोविंदपुरी स्टेशन, कानपुर सेंट्रल के बाद शहर का दूसरा सबसे बड़ा और व्यस्त स्टेशन बन जाएगा। स्टेशन को दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल की तर्ज पर विकसित किया गया है।
रेलवे प्रशासन की यह पहल जहां क्षेत्रीय यात्री सुविधाओं में सुधार लाएगी, वहीं गोविंदपुरी स्टेशन को राष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान भी देगी।