हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ 25 मई : 2025
अमेठी, 24 मई 2025: उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने सबको हैरान कर दिया। जहां एक तरफ सात फेरे लेकर सात जन्मों तक साथ रहने की कसम खाई गई, वहीं एक छोटी-सी मांग ने रिश्ते को संकट में डाल दिया। मामला अमेठी के बाजार शुक्ल थाना क्षेत्र के जैदिल मऊ गांव का है, जहां शुक्रवार की रात शादी समारोह के दौरान दूल्हे ने एक चारपाई (खाट) की मांग कर दी। लेकिन इस मामूली मांग पर दुल्हन के पिता नाराज हो गए और उन्होंने बेटी की विदाई करने से साफ इनकार कर दिया।
मामला क्या है?
सोहन लाल के परिवार में बेटी निशा की शादी तय हुई थी तिलक राम से, जो भाले सुल्तान शहीद स्मारक थाना क्षेत्र के शादीपुर गांव के निवासी हैं। शादी समारोह की सारी रस्में धूमधाम से संपन्न हुईं। बारात भी समय पर और परंपराओं के अनुसार दुल्हन के घर पहुंच गई। द्वारचार, मंगल गीत, मेहंदी, सिंदूर-गुजिया जैसी सभी रस्में पूरी हो चुकी थीं। सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन विवाद तब शुरू हुआ जब शनिवार की सुबह शादी की अंतिम रस्मों के बाद दूल्हे तिलक राम ने अपने ससुर सोहन लाल से आराम करने के लिए चारपाई की मांग की।
दूल्हे ने कहा, “हमारे लिए चारपाई लाओ, हमें थोड़ा आराम करना है।” लेकिन यह मामूली मांग ससुर के लिए असहनीय साबित हुई। गुस्से में आकर उन्होंने बेटी निशा की विदाई से मना कर दिया।
चारपाई की मांग पर ससुराल पक्ष नाराज हो गया और विदाई रोक दी। इसके बाद दोनों पक्षों में तनातनी शुरू हो गई। रिश्तेदारों ने मामले को सुलझाने की कई बार कोशिश की, लेकिन कोई हल नहीं निकल सका। दोनों पक्षों के बीच तनाव इतना बढ़ गया कि दूल्हा और उसके परिवार ने अंततः 112 पुलिस को कॉल कर मदद मांगी।
पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को सुलझाने की कोशिश की, लेकिन लड़की के पिता अपने फैसले पर अड़े रहे। गुस्से में ससुर ने बेटी को विदा करने से साफ इंकार कर दिया।
थाने तक पहुंचा मामला
दुल्हन की विदाई न होने की वजह से दूल्हा पक्ष ने बिना दुल्हन के ही थाने जाकर थानाध्यक्ष को प्रार्थना पत्र सौंपा, जिसमें उन्होंने दुल्हन की विदाई की मांग की। थानाध्यक्ष दयाशंकर मिश्र ने बताया कि पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों से बातचीत की। पुलिस की दखल के बाद अंततः मामला सुलझा और दुल्हन निशा की विदाई करवा दी गई।
यह अनोखा विवाद शादी के दौरान हो रही छोटी-छोटी बातों को समझने और सौहार्द बनाए रखने की जरूरत को दर्शाता है। शादी सिर्फ रस्मों का नाम नहीं, बल्कि दो परिवारों के बीच विश्वास और समझ का भी मेल है। कभी-कभी मामूली बातें भी रिश्तों में दरार डाल सकती हैं, इसलिए रिश्तेदारों को चाहिए कि वे भावनाओं का सम्मान करें और विवाद की बजाय समाधान पर ध्यान दें।