हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ शुक्रवार 6 जून 2025 अलीगढ़
देश को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में अब बीएस-4 (BS4) वाहनों का प्रवेश 1 नवंबर 2025 से पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसका असर न केवल बस और कारों पर पड़ेगा, बल्कि ट्रांसपोर्ट के व्यापार पर भी गहरा झटका लगेगा।
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए यह बड़ा फैसला लिया है, जिसके तहत एनसीआर क्षेत्र में बीएस-4 डीजल वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। अलीगढ़ में करीब 8.5 लाख वाहन हैं, जिनमें से केवल 3 लाख वाहन ही बीएस-6 मॉडल के हैं, बाकी सभी अभी भी बीएस-4 वाहनों पर ही निर्भर हैं। ऐसे में इस नए नियम से लाखों वाहनों के मालिकों और ट्रांसपोर्ट कारोबारियों की परेशानी बढ़ गई है।
एनसीआर में बीएस-4 वाहनों की आवाजाही बंद होने के कारण इन वाहनों को बॉर्डर से वापस लौटाया जाएगा, जिससे ट्रांसपोर्टरों का व्यवसाय पूरी तरह से प्रभावित होगा। ट्रांसपोर्ट व्यवसायी इस फैसले से चिंतित हैं क्योंकि उनके पास नए और महंगे बीएस-6 वाहनों को खरीदने की आर्थिक क्षमता नहीं है। बीएस-6 वाहनों की कीमत लगभग 50 लाख रुपये से कम नहीं है, जो कई छोटे और मझोले व्यवसायियों के लिए भारी बोझ साबित होगा।
ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि पहले से ही डीजल और सीएनजी की बढ़ती कीमतें उनके लिए परेशानी का कारण हैं, अब बीएस-4 वाहनों पर रोक उनके कारोबार को पूरी तरह ठप कर सकती है। बाजार में भी इस फैसले को लेकर अफरातफरी का माहौल है, पुराने वाहन बिकने की बजाय फंसे हुए हैं और नए वाहन खरीदना व्यवसायियों के लिए मुश्किल हो गया है।
इस नियम का असर न केवल एनसीआर पर, बल्कि देश के अन्य हिस्सों पर भी पड़ने की संभावना है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि सरकार इस कठिन समय में ट्रांसपोर्ट सेक्टर को कुछ आर्थिक सहायता या रियायत दे ताकि यह संक्रमण काल आसानी से पार किया जा सके।













