हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: गुरुवार 03 जुलाई 2025
प्रयागराज/करछना। करछना में रविवार को हुए उपद्रव के मामले में पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। बुधवार को पुलिस ने छह और आरोपियों — रंजीत, संजय, दीपक, ज्ञान, रविंद्र और शेषमणि — को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जिसके बाद उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
इस हिंसा के मुख्य आरोपियों में शामिल भीम आर्मी के तहसील अध्यक्ष अभय सिंह उर्फ सोनू और उपाध्यक्ष प्रतीक देव वर्मन अभी भी फरार हैं। उनकी तलाश में पुलिस की टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं, मगर अब तक कोई ठोस सुराग नहीं मिला है।
क्षेत्र में तैनात सुरक्षा बल, CCTV से पहचान जारी
घटना के बाद से क्षेत्र में माहौल शांत है, लेकिन किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिस और पीएसी के जवान एहतियातन तैनात हैं। पुलिस उपद्रव में शामिल अन्य आरोपियों की पहचान वीडियो और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कर रही है।
रविवार को भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को पीड़ित परिवार से मिलने से रोकने के बाद करछना में हिंसा भड़क उठी थी। समर्थकों ने पथराव किया, पुलिस और राहगीरों पर हमला किया और कई दुकानों, वाहनों में तोड़फोड़ की थी। कई गाड़ियों को आग लगा दी गई थी, और पुलिस के वाहनों से सामान भी लूट लिया गया था। इस दौरान कई पुलिसकर्मी और आम नागरिक घायल हुए थे।
तीन दिनों में 90 से अधिक गिरफ्तारियां
थाना प्रभारी करछना की तहरीर पर इस मामले में कई नामजद और 600 से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। अब तक पुलिस ने सोमवार को 74, मंगलवार को 10 और बुधवार को 6 अभियुक्तों को जेल भेजा है।
भीम आर्मी पर साजिश के आरोप
बहुजन जनता दल के जिला अध्यक्ष पुष्पेंद्र वर्मा ने आरोप लगाया कि चंद्रशेखर आजाद युवाओं को भड़काकर उन्हें हिंसक बना रहे हैं। उन्होंने कहा, “जो प्रदर्शन शांतिपूर्वक होना था, उसे जानबूझकर उग्र कर हिंसा की ओर मोड़ा गया।