गाजीपुर: हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: गुरुवार 3 जुलाई 2025
समाजवादी पार्टी में उस वक्त हड़कंप मच गया जब गाजीपुर से एक फर्जी रक्तदान का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें समाजवादी युवजन सभा के जिलाध्यक्ष अक्षय यादव की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है। वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और इसे लेकर पार्टी की काफी आलोचना हो रही है। इस पूरे घटनाक्रम ने पार्टी की साख पर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिसके बाद पार्टी नेतृत्व ने त्वरित एक्शन लेते हुए अक्षय यादव को उनके पद से हटा दिया।
क्या है मामला?
जानकारी के अनुसार, यह घटना 1 जुलाई को सपा प्रमुख अखिलेश यादव के जन्मदिन के मौके पर गाजीपुर मेडिकल कॉलेज में आयोजित रक्तदान शिविर की है। शिविर का उद्देश्य रक्तदान जैसे सामाजिक कार्य के माध्यम से अखिलेश यादव का जन्मदिन मनाना था। लेकिन इस दौरान कथित रूप से एक ऐसा वीडियो सामने आया जिसमें फर्जी तरीके से रक्तदान दिखाने की कोशिश की गई।
वीडियो और कुछ तस्वीरों में कुछ लोगों को सिर्फ पोज़ देते हुए देखा गया जबकि वास्तविक रक्तदान नहीं हो रहा था। सोशल मीडिया पर इसे “फर्जी रक्तदान” करार दिया गया और लोग पूछने लगे कि आखिर ये दिखावा क्यों किया गया?
पार्टी ने लिया सख्त फैसला
घटना को गंभीरता से लेते हुए समाजवादी युवजन सभा के प्रदेश अध्यक्ष अरविंद गिरी ने तत्काल प्रभाव से अक्षय यादव को पद से मुक्त करने का फैसला लिया। उन्होंने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी। हालांकि विज्ञप्ति में स्पष्ट रूप से यह नहीं लिखा गया कि कार्रवाई का कारण वायरल वीडियो है, लेकिन पूरे घटनाक्रम को देखते हुए यह स्पष्ट माना जा रहा है कि यही वजह है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। कुछ यूजर्स ने इसे “पार्टी की छवि के लिए शर्मनाक” बताया तो कई लोगों ने मांग की कि इस तरह के सामाजिक कार्यों में पारदर्शिता और ईमानदारी बरती जानी चाहिए।
एक यूजर ने लिखा –
“रक्तदान जैसे पुण्य कार्य का भी नाटक किया जा रहा है? यह बेहद शर्मनाक है। पार्टी को ऐसे लोगों से दूरी बनानी चाहिए।”
वहीं दूसरे यूजर ने कहा –
“यह सिर्फ एक वीडियो नहीं, बल्कि एक सामाजिक कार्य की विश्वसनीयता को ठेस पहुंचाने वाला कृत्य है।”