हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:12 जुलाई 2025
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में सामने आए बड़े अवैध धर्मांतरण रैकेट को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा रुख अपनाया है। लखनऊ में सिखों के नौवें गुरु, श्री गुरु तेग बहादुर जी महाराज के 350वीं शहादत वर्ष पर आयोजित “श्री गुरु तेग बहादुर संदेश यात्रा” कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने इस प्रकरण को राष्ट्रविरोधी साजिश करार दिया।
मुख्यमंत्री योगी ने अपने संबोधन में कहा कि बलरामपुर में पकड़े गए धर्मांतरण गैंग का संचालन योजनाबद्ध तरीके से हो रहा था। उन्होंने बताया कि इस मामले में आरोपी जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा और नीतू उर्फ नसरीन को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि धर्मांतरण के लिए विदेश से भारी फंडिंग हो रही थी और बाकायदा ‘रेट लिस्ट’ तय की गई थी कि किस धर्म से किस धर्म में परिवर्तित करने पर कितनी रकम मिलेगी।
सीएम योगी ने कहा कि यह सिर्फ एक आपराधिक मामला नहीं, बल्कि गंभीर राष्ट्रविरोधी षड्यंत्र है, जिसका उद्देश्य भारत के सामाजिक और सांस्कृतिक ताने-बाने को कमजोर करना है। उन्होंने कहा कि लालच और भय के जरिए भोले-भाले लोगों को धर्मांतरण के लिए मजबूर किया जा रहा था। इस पूरे षड्यंत्र के पीछे संगठित नेटवर्क की भूमिका सामने आ रही है, जिसमें करीब 100 करोड़ रुपये के संदिग्ध वित्तीय लेन-देन की जानकारी प्राप्त हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की राष्ट्रविरोधी ताकतों को नाकाम करना केवल सरकार का नहीं, बल्कि समाज के हर नागरिक का दायित्व है। उन्होंने स्पष्ट किया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी और जांच एजेंसियां पूरे नेटवर्क की परतें खोलने में जुटी हुई हैं।
कार्यक्रम में सीएम योगी ने गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान को भी याद करते हुए कहा कि उनकी शहादत हमें धर्म और मानवता की रक्षा के लिए लड़ने की प्रेरणा देती है। बलरामपुर केस के बहाने उन्होंने समाज को सतर्क और सजग रहने का आह्वान किया।