हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: 3 अगस्त 2025
दिल्ली की यमुना नदी के पानी की गुणवत्ता में जुलाई महीने के दौरान महत्वपूर्ण सुधार देखने को मिला है। दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने शनिवार को जानकारी दी कि दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, जून की तुलना में जुलाई में यमुना के पानी में प्रदूषण में काफी कमी आई है। मंत्री सिरसा ने इसे सरकार द्वारा लगातार किए जा रहे प्रयासों और मानवीय कोशिशों का परिणाम बताया।
सरकार ने यमुना सफाई के लिए 500 करोड़ रुपये का बजट जारी किया था, जिसका उपयोग सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स को ठीक करने, नालों को दुरुस्त करने और नदी में अशोधित अपशिष्ट के प्रवाह को रोकने में किया गया। DPCC ने पल्ला, वजीराबाद, आईएसबीटी ब्रिज, आईटीओ ब्रिज, निजामुद्दीन ब्रिज और ओखला बैराज सहित आठ स्थानों से पानी के नमूने एकत्र किए, जिनके विश्लेषण से यह सकारात्मक परिवर्तन सामने आया।
आईटीओ ब्रिज पर जल में मौजूद जैव रासायनिक ऑक्सीजन मांग (BOD) का स्तर जून में 70 मिलीग्राम प्रति लीटर था, जो जुलाई में घटकर केवल 20 मिलीग्राम प्रति लीटर रह गया। ओखला बैराज पर यह आंकड़ा 46 से घटकर 8 मिलीग्राम प्रति लीटर हो गया है। बीओडी स्तर में यह गिरावट यमुना जल की गुणवत्ता में तीव्र सुधार का स्पष्ट संकेत है।
सिरसा ने कहा कि यह सुधार अचानक नहीं हुआ, न ही यह केवल बारिश या मौसम का प्रभाव है, बल्कि यह सरकार के सुव्यवस्थित और निरंतर प्रयासों का परिणाम है। पल्ला और वजीराबाद क्षेत्रों में घुली ऑक्सीजन (DO) का स्तर भी अब काफी बेहतर हो गया है, जो पानी की ऑक्सीजनीकरण क्षमता में सुधार को दर्शाता है।
इसके साथ ही दिल्ली की वायु गुणवत्ता में भी उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया गया है। जुलाई महीने में 31 में से 29 दिनों तक दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘अच्छी’ या ‘संतोषजनक’ श्रेणी में रही। सरकार की पर्यावरण कार्य योजना 2025 के अंतर्गत इन सुधारों को एक बड़े पर्यावरणीय लाभ के रूप में देखा जा रहा है। मंत्री ने कहा कि यह सिर्फ शुरुआत है, और सरकार का काम अभी जारी है।