भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नेपाल की मौजूदा स्थिति को लेकर अपने सभी मंत्रियों, सांसदों, प्रवक्ताओं और पदाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं। पार्टी ने कहा है कि कोई भी नेता नेपाल मामले पर बयानबाजी न करे और सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे पर टिप्पणी से परहेज किया जाए। भाजपा का कहना है कि नेपाल की परिस्थितियों पर भारत की नजर लगातार बनी हुई है और सरकार नपी-तुली प्रतिक्रिया दे रही है। वर्तमान हालात में कई भारतीय नागरिक नेपाल में फंसे हुए हैं जो स्थिति सामान्य होने का इंतजार कर रहे हैं।
काठमांडू घाटी में कर्फ्यू में ढील
नेपाल सेना ने गुरुवार को नोटिस जारी कर बताया कि काठमांडू घाटी के तीन जिलों—काठमांडू, ललितपुर और भक्तपुर में सुबह 6 बजे से कर्फ्यू हटा लिया गया है। हालांकि, प्रतिबंधात्मक आदेश सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक लागू रहेंगे। लोगों को जरूरी कामकाज और सामान की खरीदारी के लिए कुछ घंटों की छूट दी गई है। शाम 5 से 7 बजे तक दो घंटे की अतिरिक्त ढील के बाद रात 7 बजे से सुबह 6 बजे तक रात्रि कर्फ्यू प्रभावी रहेगा।
नेपाल में हालात धीरे-धीरे सामान्य
नेपाल में बीते दिनों हुई हिंसक घटनाओं और प्रदर्शनों के बाद प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली को इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बावजूद सेना अब भी सड़कों पर गश्त कर रही है। देश के ज्यादातर हिस्सों में हालात शांतिपूर्ण हैं, लेकिन काठमांडू के दक्षिण-पूर्व में स्थित एक जेल में अशांति फैल गई। यहां कैदियों के भागने की कोशिश को नाकाम करने के दौरान नेपाली सेना की गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई और दर्जनभर से ज्यादा घायल हो गए।
बाजारों में उमड़ी भीड़
कर्फ्यू में ढील मिलते ही लोग बाजारों और दुकानों की ओर दौड़ पड़े। किराना दुकानों और आवश्यक वस्तुओं की दुकानों पर भीड़ देखने को मिली। हालांकि, सड़कों पर अब भी कम ही वाहन नजर आए और रविवार से शुरू हुई हिंसा के निशान साफ दिखाई दिए।













