हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़ 17 नवंबर 2025। जिलाधिकारी संजय रंजन की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित हुई, जिसमें स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत बनाने पर विस्तृत चर्चा की गई। डीएम ने कहा कि जिले के हर नागरिक को गुणवत्तापूर्ण उपचार देना स्वास्थ्य विभाग की शीर्ष प्राथमिकता है। उन्होंने निर्देश दिए कि चिकित्सा सेवाओं में समयबद्ध सुधार सुनिश्चित किया जाए और जनसहभागिता बढ़ाई जाए।
समीक्षा के अनुसार जनवरी से अक्टूबर 2025 तक जिले में 30,67,664 मरीजों को ओपीडी, 1,57,182 को आईपीडी, 1,28,698 एक्स-रे, 37,393 अल्ट्रासाउंड तथा 47,10,076 मरीजों को पैथोलॉजी सेवाओं का लाभ मिला। बैठक में पाया गया कि कई स्वास्थ्य केंद्रों पर अक्टूबर माह में प्रसव संख्या कम दर्ज हुई। गोंडा में 67, अकराबाद 38, लोधा 30, बेसवां 47, अतरौली 37, गभाना 14, इगलास 30 और जमालपुर में 17 संस्थागत प्रसव हुए, जो पिछले वर्ष की तुलना में कम हैं। इस पर डीएम ने सभी बीएमओ को प्रसव सेवाओं में सुधार के निर्देश दिए।
समीक्षा के दौरान जिला अस्पताल में आईपीडी व एक्स-रे परीक्षणों में गिरावट मिलने पर डीएम ने सीएमएस को उपकरण और स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। डेकरी सर्जरी सुविधा का अपेक्षित परिणाम न मिलने पर डीएम ने अधिक से अधिक शल्य क्रियाएं कर मरीजों को लाभान्वित करने के निर्देश भी दिए। बैठक में टीबी नियंत्रण, रोस्टर प्रबंधन, आशा भुगतान, टीकाकरण आदि बिंदुओं पर भी चर्चा हुई।
इसी दिन पीसीपीएनडीटी एक्ट की समीक्षा बैठक भी आयोजित की गई। डीएम संजय रंजन ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या एक घोर सामाजिक अपराध है और जिले में भ्रूण लिंग निर्धारण पर शून्य सहिष्णुता नीति अपनाई जाएगी। बैठक में अल्ट्रासाउंड केंद्रों की स्थापना एवं नवीनीकरण के 17 प्रस्ताव, जिनमें 10 को मंजूरी दी गई। डीएम ने कहा कि सभी केंद्रों की नियमित व औचक जांच की जाए और फॉर्म-एफ में गड़बड़ी मिलने पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित हो।
सीएमओ डॉ. नीरज त्यागी ने बताया कि जिले के सभी पंजीकृत केंद्रों पर निगरानी बढ़ा दी गई है। डीएम ने आमजन से अपील की कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तत्काल सूचना प्रशासन को दें।













