हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
कुआलालंपुर से बीजिंग के लिए उड़ान भरने के बाद 8 मार्च 2014 को रहस्यमय तरीके से लापता हुए मलेशियाई एयरलाइंस के विमान MH370 की खोज एक बार फिर शुरू होने जा रही है। मलेशियाई सरकार ने घोषणा की है कि इस महीने से समुद्र तल पर नए सर्च ऑपरेशन की शुरुआत की जाएगी। इस मिशन का उद्देश्य विमान में सवार 239 यात्रियों और क्रू मेंबर्स के परिवारों को अंतिम जवाब देना है, जो दस साल से इंतजार कर रहे हैं।
मलेशियाई परिवहन मंत्रालय के अनुसार, अमेरिकी समुद्री रोबोटिक्स कंपनी ओशन इन्फिनिटी को मिशन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह कंपनी ‘नो फाइंड, नो फी’ आधार पर काम करेगी, यानी विमान न मिलने पर मलेशिया को कोई भुगतान नहीं करना होगा। यह कंपनी 6,000 मीटर से अधिक गहराई तक खोज करने वाले आधुनिक ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल्स (AUVs) की मदद से तलाशी लेगी।
पहले भी 2014 से 2017 के बीच मलेशिया, ऑस्ट्रेलिया और चीन ने 1,20,000 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में खोज की थी, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। 2018 में ओशन इन्फिनिटी ने 25,000 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में सर्च किया था, जो विफल रहा। इसके बावजूद परिवारों की अपील पर और नए डेटा विश्लेषण के आधार पर मलेशिया ने खोज फिर शुरू करने का फैसला लिया है।
इस बार तलाश एक छोटे और लक्षित क्षेत्र पर केंद्रित होगी, जहां विशेषज्ञों के अनुसार मलबा मिलने की सबसे अधिक संभावना है। कंपनी ने बीते वर्षों में सैटेलाइट डेटा, समुद्री धाराओं और ड्रिफ्ट मॉडलिंग का गहराई से अध्ययन करके इस क्षेत्र को और सटीक किया है।
अगर इस मिशन में MH370 का विश्वसनीय मलबा मिल जाता है, तो मलेशियाई सरकार ओशन इन्फिनिटी को 70 मिलियन डॉलर का भुगतान करेगी। हालांकि सफलता की गारंटी नहीं है, फिर भी यह नई शुरुआत उन परिजनों के लिए उम्मीद की किरण है, जो एक दशक से सच का इंतजार कर रहे हैं।













