हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 13अप्रैल: 2025,
मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश):
मुरादाबाद में समाजवादी पार्टी (सपा) के जिला कार्यालय की लीज निरस्त करने को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। प्रशासन द्वारा लीज समाप्त करने संबंधी पत्र प्रमुख सचिव नगर विकास को भेजे जाने पर समाजवादी पार्टी की सांसद रुचि वीरा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस कार्रवाई को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और इसे सत्ता पक्ष के इशारे पर उठाया गया कदम करार दिया।
प्रशासनिक कार्रवाई पर आपत्ति:
सांसद रुचि वीरा ने कहा कि सपा कार्यालय की स्थापना वर्ष 1994 में हुई थी और यह जिला मुख्यालय सिविल लाइन इलाके के चक्कर की मिलक ग्राम छावनी में नजूल भूमि पर स्थित है। करीब 953.71 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में फैले इस कार्यालय की लीज 1994 में दी गई थी, जो अब रद्द की जा रही है।
सत्ता के दबाव में प्रशासन – सांसद का आरोप:
रुचि वीरा ने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई सत्ता पक्ष के नेताओं के दबाव में की जा रही है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी एक बार जब यह मामला उठा था, तब अधिकारियों से मिलकर इसे रुकवाया गया था। अब एक बार फिर सपा प्रतिनिधिमंडल अधिकारियों से मिलकर इस मामले को उठाएगा और आवश्यकता पड़ी तो न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाया जाएगा।
कमिश्नर की सिफारिश से सपा नेताओं की बढ़ी चिंता:
मुरादाबाद मंडल के कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने दिनांक 28 मार्च 2025 को प्रमुख सचिव नगर विकास को पत्र भेजकर सपा कार्यालय की लीज निरस्त करने और भूमि को सरकारी प्रयोजनार्थ शासन में निहित करने की सिफारिश की है। यह पत्र मुरादाबाद नगर निगम की सिफारिश के आधार पर भेजा गया था।
कार्यालय बंद होने की आशंका:
सांसद ने स्पष्ट किया कि अगर शासन से लीज निरस्त करने की मंजूरी मिल जाती है, तो नगर निगम और जिला प्रशासन द्वारा इस भूमि पर कब्जा किया जा सकता है। ऐसी स्थिति में समाजवादी पार्टी का जिला कार्यालय बंद होने की नौबत आ सकती है, जिससे पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं की चिंता बढ़ गई है।