हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 25 अप्रैल: 2025,
पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार एक्शन में, पाकिस्तान में मची खलबली
पाकिस्तान को भारत के पलटवार का डर
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चेतावनी के बाद पाकिस्तान में अफरातफरी का माहौल है। भारत की जवाबी कार्रवाई के डर से पाकिस्तान ने अपने आतंक के आकाओं को छिपाना शुरू कर दिया है।
ISI ने हाफिज सईद और मसूद अजहर को छिपाया
सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ने लश्कर-ए-तैयबा के चीफ हाफिज सईद को एबटाबाद की एक सैन्य छावनी में स्थित अपने सेफ हाउस में छिपा दिया है। उसे सार्वजनिक रूप से कहीं भी आने की अनुमति नहीं दी जा रही है। इतना ही नहीं, 27 अप्रैल को मुरीदके में आयोजित होने वाला हाफिज सईद का कार्यक्रम भी रद्द करवा दिया गया है।
दूसरी ओर, जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर भी अंडरग्राउंड हो गया है। ISI ने उसे बहावलपुर में एक सुरक्षित जगह पर छिपा रखा है।
पीएम मोदी का दो-टूक संदेश: आतंकियों को मिट्टी में मिला देंगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मधुबनी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा:
“निहत्थों पर हमला किया गया है। जिसने ये हमला किया है, उन आतंकियों को और साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी। आतंकियों की जमीन को मिट्टी में मिला देंगे। 140 करोड़ भारतीयों की इच्छाशक्ति अब आतंक के आकाओं की कमर तोड़कर रखेगी।”
TRF ने ली हमले की जिम्मेदारी, लश्कर-ए-तैयबा से है कनेक्शन
पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) नामक संगठन ने ली है। यह संगठन लश्कर-ए-तैयबा का ही एक नया रूप है, जिसे 2019 में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के निर्देश पर बनाया गया था। TRF को घाटी में युवाओं की ऑनलाइन भर्ती, हथियारों की तस्करी और नशा तस्करी के लिए भी इस्तेमाल किया जा रहा है। इसे लश्कर चीफ हाफिज सईद की शह पर चलाया जा रहा है।
आतंकी मसूद अजहर: दहशतगर्दी का दूसरा नाम
मसूद अजहर, जैश-ए-मोहम्मद का संस्थापक, संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकी घोषित किया जा चुका है। भारत के खिलाफ इसने कई बड़े आतंकी हमलों की साजिश रची:
- 2001: संसद पर हमला
- 2008: मुंबई हमला
- 2016: पठानकोट एयरबेस हमला
- 2019: पुलवामा आत्मघाती हमला
मसूद अजहर को 1999 में इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट IC814 के अपहरण के बाद यात्रियों की जान बचाने की शर्त पर छोड़ा गया था। तभी से यह भारत के मोस्ट वांटेड आतंकियों में शामिल है।