बस्ती, 28 अप्रैल 2025: उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के सोनहा थाना क्षेत्र के चिरई बाधा गांव में एक प्राइमरी स्कूल शिक्षक अली आजम पर सनसनीखेज और घिनौना आरोप लगा है। शिकायतकर्ता राजीव कुमार ने पुलिस को दी गई तहरीर में दावा किया है कि अली आजम ने उनकी बेटियों और परिवार की महिलाओं की निजता भंग करने के लिए उनके नहाने की जगह पर चोरी से CCTV कैमरा लगाया था। यह मामला शिक्षक-छात्र और सामाजिक मर्यादाओं को तार-तार करने वाला है, जिसने स्थानीय समुदाय में आक्रोश पैदा कर दिया है।
आरोप: पोर्न की लत और निजता का हनन
शिकायतकर्ता राजीव कुमार के अनुसार, अली आजम पोर्न मूवी देखने का आदी है और इसी बुरी आदत के चलते उसने मर्यादा की सारी सीमाएं लांघ दीं। राजीव ने बताया कि अली आजम हिंदू परिवार की बेटियों पर बुरी नजर रखता था और उनकी निजी गतिविधियों को छिपकर रिकॉर्ड करता था। दोनों एक ही मकान में किराए पर रहते हैं, जिसके चलते राजीव को अली आजम की गतिविधियों पर शक हुआ। जांच करने पर उन्होंने पाया कि नहाने की जगह पर CCTV कैमरा लगा हुआ था, जिसे अली आजम ने कथित तौर पर अपनी घिनौनी मंशा के लिए इस्तेमाल किया।
पहले भी विवादों में रहा है अली आजम
राजीव कुमार ने यह भी आरोप लगाया कि अली आजम का आपराधिक इतिहास पुराना है। उनके मुताबिक, तीन महीने पहले अली आजम को एक लड़की के साथ उनके किराए के कमरे में रंगरलियां मनाते पकड़ा गया था। उस समय पुलिस ने उसे हिरासत में लिया था, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। राजीव का दावा है कि अली आजम ने उनके किराए के कमरे को “सेक्स अड्डा” बना रखा था और वह आए दिन लड़कियों को अपने कमरे में लाता था। इन गतिविधियों से आसपास के लोग भी परेशान थे, लेकिन पुलिस की निष्क्रियता के चलते उसका हौसला बढ़ता गया।
पुलिस की कार्रवाई पर सवाल
शिकायत मिलने के बाद सोनहा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और CCTV कैमरे को बरामद कर लिया। हालांकि, इतने गंभीर आरोपों के बावजूद पुलिस ने अली आजम के खिलाफ केवल शांति भंग (धारा 151 CrPC) के तहत चालान किया, जिसे लेकर पीड़ित परिवार और स्थानीय लोग आक्रोशित हैं। राजीव कुमार ने कहा कि एक शिक्षक का ऐसा घिनौना कृत्य न केवल अक्षम्य है, बल्कि पुलिस का नरम रवैया अपराधी के हौसले को और बढ़ा रहा है। उन्होंने मांग की है कि अली आजम को तत्काल नौकरी से बर्खास्त किया जाए और उसके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई हो।
एसपी का बयान: जांच के बाद होगी सख्त कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए बस्ती के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अभिनंदन ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की गहन जांच की जा रही है और जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आरोपी शिक्षक के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।” एसपी ने यह भी आश्वासन दिया कि पुलिस इस मामले में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतेगी।
शिक्षा विभाग की चुप्पी
हैरानी की बात यह है कि इतने गंभीर मामले में अभी तक शिक्षा विभाग की ओर से कोई आधिकारिक बयान या कार्रवाई सामने नहीं आई है। स्थानीय लोगों और पीड़ित परिवार का कहना है कि एक शिक्षक, जो बच्चों के भविष्य को संवारने की जिम्मेदारी लेता है, अगर ऐसी हरकतें करेगा तो समाज में शिक्षा और नैतिकता का क्या मूल्य रह जाएगा। कई लोगों ने मांग की है कि अली आजम को तत्काल निलंबित कर उसके खिलाफ विभागीय जांच शुरू की जाए।
स्थानीय समुदाय में आक्रोश
इस घटना ने चिरई बाधा गांव और आसपास के इलाकों में व्यापक आक्रोश पैदा कर दिया है। लोग इसे न केवल एक व्यक्ति की करतूत, बल्कि सामाजिक और नैतिक पतन का प्रतीक मान रहे हैं। खासकर, महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने पुलिस और प्रशासन से मांग की है कि इस मामले में त्वरित और कठोर कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
मामले की गंभीरता और भविष्य
यह मामला न केवल अली आजम की व्यक्तिगत नैतिकता पर सवाल उठाता है, बल्कि शिक्षक समुदाय और पुलिस की जवाबदेही पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है। यदि पुलिस और शिक्षा विभाग इस मामले में सख्ती नहीं दिखाते, तो यह अन्य अपराधियों के लिए गलत संदेश दे सकता है। पीड़ित परिवार ने उच्च अधिकारियों और सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है।
फिलहाल, पुलिस ने CCTV फुटेज और अन्य साक्ष्यों की जांच शुरू कर दी है। यह देखना बाकी है कि क्या अली आजम के खिलाफ उचित कानूनी और विभागीय कार्रवाई होगी, या यह मामला भी पुलिस की फाइलों में दबकर रह जाएगा।