हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 30 अप्रैल: 2025,
अयोध्या, उत्तर प्रदेश:
क्षय तृतीया के पावन अवसर पर अयोध्या में धार्मिक आस्था और परंपरा का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा। हनुमानगढ़ी के गद्दीनशीन महंत प्रेमदास शाही अंदाज में मंगलवार सुबह रामलला के दर्शन के लिए भव्य शोभायात्रा के साथ निकलेंगे। इस अनोखी यात्रा की शुरुआत सुबह 7 बजे हनुमानगढ़ी से होगी, जिसमें हाथी, घोड़े, ऊंट, हनुमानगढ़ी के निशान, और बैंड-बाजा शामिल होंगे।
भक्ति, शौर्य और परंपरा का मिलन
इस भव्य शोभायात्रा में गद्दीनशीन महंत एक सुसज्जित रथ पर विराजमान होंगे। यात्रा सरयू तट तक पहुंचेगी जहां पूजन-अर्चन के साथ-साथ पहलगाम आतंकी हमले में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। इसके पश्चात शोभायात्रा रामलला मंदिर की ओर बढ़ेगी।
रामभक्ति की जीवंत परंपरा
हनुमानगढ़ी और रामलला का संबंध त्रेतायुग से जुड़ा हुआ है। ऐसा माना जाता है कि हनुमान जी, जिन्हें श्रीराम ने अयोध्या की रक्षा का दायित्व सौंपा था, उनके प्रतिनिधि के रूप में गद्दीनशीन महंत रामलला के समक्ष नतमस्तक होंगे। यह दृश्य भावविभोर करने वाला होगा, जिसमें परंपरा, श्रद्धा और सेवा का अद्वितीय स्वरूप देखने को मिलेगा।
पुष्पवर्षा और नागा संन्यासियों का आगमन
महंत प्रेमदास के शिष्य महंत मामा दास ने जानकारी दी कि सभी तैयारियाँ पूर्ण कर ली गई हैं। शोभायात्रा में 1000 से अधिक नागा साधु सम्मिलित होंगे। 40 से अधिक स्थानों पर शोभायात्रा का स्वागत किया जाएगा। विशेष आकर्षण के रूप में हेलिकॉप्टर से पुष्पवर्षा भी की जाएगी।