हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 11 मई : 2025,
नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान ने एक बार फिर सीजफायर का उल्लंघन कर दिया। जम्मू-कश्मीर और राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तान की ओर से भारी गोलीबारी और अतिक्रमण की खबरें सामने आई हैं। इस पर विदेश मंत्रालय ने शनिवार रात करीब 11 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपना पक्ष रखा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, “पिछले कुछ घंटे से पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन किया जा रहा है। भारतीय सेना इसका मुंहतोड़ जवाब दे रही है और हर अतिक्रमण से सख्ती से निपटा जा रहा है।”
मिस्री ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि इस तरह की कायराना हरकतें न केवल द्विपक्षीय संबंधों को नुकसान पहुंचाती हैं बल्कि क्षेत्रीय शांति को भी खतरे में डालती हैं। उन्होंने कहा, “सीमा पर सेना को किसी भी संभावित अतिक्रमण से निपटने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं। सेना नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पूरी तरह सतर्क है।”
सीजफायर की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद उल्लंघन
विदेश सचिव ने जानकारी दी कि शनिवार शाम भारत और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMO) के बीच सीजफायर का समझौता हुआ था, जो भारतीय समयानुसार शाम 5 बजे से प्रभावी होना था। लेकिन इसके कुछ घंटे बाद ही पाकिस्तान की ओर से कई क्षेत्रों में उल्लंघन की घटनाएं सामने आने लगीं।
मिस्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट किया, “पाकिस्तान को इस स्थिति की गंभीरता को समझना चाहिए और तुरंत ऐसे उल्लंघनों को रोकने के लिए ठोस कार्रवाई करनी चाहिए। भारत शांति का पक्षधर है लेकिन सुरक्षा से समझौता नहीं करेगा।”
अमेरिका की मध्यस्थता के बाद हुआ था युद्धविराम का एलान
यह संघर्ष विराम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत और पाकिस्तान के बीच तत्काल युद्धविराम पर सहमति की घोषणा के तुरंत बाद घोषित हुआ था। इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री व विदेश मंत्री इशाक डार से अलग-अलग बातचीत की थी। अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने भी इसकी पुष्टि की थी।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ा था तनाव
गौरतलब है कि 7 मई को भारत ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर ऑपरेशन सिंदूर चलाया था। इसके जवाब में पाकिस्तान ने भारत के 15 शहरों को निशाना बनाया था, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया था।