हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑16 मई : 2025
पानीपत/कैराना – खुफिया एजेंसी और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में एक बड़ा खुलासा हुआ है। कैराना का रहने वाला नोमान इलाही, जो पिछले चार महीने से पानीपत की मनमोहन कॉलोनी में रह रहा था, आईएसआई के लिए जासूसी करते हुए पकड़ा गया है। नोमान केवल आठवीं कक्षा तक पढ़ा है, लेकिन सोशल मीडिया और मोबाइल तकनीक में इतना माहिर है कि वह दो साल से लगातार भारत की खुफिया जानकारियां पाकिस्तान भेजता रहा और कोई शक तक नहीं हुआ।
व्हाट्सएप चैट से खुलासा, श्रीनगर भेजने की थी तैयारी
पुलिस को नोमान के मोबाइल से व्हाट्सएप चैट और वीडियो कॉल के पक्के सुबूत मिले हैं, जिससे यह साफ हुआ है कि पाकिस्तानी एजेंट उसे ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के तहत श्रीनगर भेजने की योजना बना रहे थे। व्हाट्सएप चैट में उसे सेना की गतिविधियों की जानकारी भेजने पर मोटी रकम देने का लालच दिया गया था। पाकिस्तान की ओर से कहा गया था – “हर जानकारी के बदले रुपये मिलेंगे, तुम्हें मालामाल कर दिया जाएगा।”
सिक्योरिटी गार्ड की आड़ में करता था जासूसी
नोमान पानीपत में अपनी बहन जीनत के पास पिछले चार महीने से रह रहा था, जो वहां अपने पति के साथ मनमोहन कॉलोनी में रहती है। वह सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी की आड़ में सैन्य क्षेत्रों और गतिविधियों की जानकारी जुटा रहा था। पुलिस के मुताबिक, नोमान खुद की भेजी गई चैट डिलीट कर देता था, लेकिन पाकिस्तान की तरफ से आई चैट उसके मोबाइल में मौजूद मिली हैं।
परिवार ने किया किनारा, बहन और जीजा ने जताई नाराज़गी
नोमान की गिरफ्तारी के बाद उसका परिवार सदमे में है। उसके जीजा इरफान ने कहा – “जो देश से गद्दारी करता है, उससे हमारा कोई लेना-देना नहीं। उसने पूरे देश में हमारी बेइज्जती कराई है। वह कई-कई दिन घर से गायब रहता था और हर समय मोबाइल में घुसा रहता था।”
बहन जीनत ने भी नोमान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए कहा – “अगर हमें पता होता तो उसे धक्के मारकर घर से निकाल देते। उसने जो किया है, उसकी सजा जरूर मिलनी चाहिए।” जीनत मानसिक आघात में हैं और खाना तक नहीं खा पा रही हैं।
कैराना में बंद पड़ा है नोमान का घर
नोमान के पैतृक शहर कैराना में उसके मकान पर ताला लटका हुआ है। पड़ोसियों और जानकारों में इस घटना को लेकर खलबली मची हुई है। पुलिस अब उसकी पृष्ठभूमि, संपर्कों और नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है।