हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑17 मई : 2025
बुलंदशहर, 17 मई: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में शुक्रवार तड़के एक भीषण सड़क हादसे में पांच लोगों की दर्दनाक मौत हो गई जबकि 29 मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के गांव रौंडा के पास हुआ जब पंजाब से लौट रहे मजदूरों से भरा एक कैंटर आगे चल रहे ट्रक से टकरा गया। हादसे में मृतकों में एक कैंटर चालक और चार मजदूर शामिल हैं, जिनमें तीन शाहजहांपुर और एक हरदोई का निवासी है। हादसे के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया और जिला अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
पुलिस के अनुसार हादसा शुक्रवार सुबह लगभग चार बजे हुआ। पंजाब के मोड़ा भट्टी स्थित ईंट-भट्ठों पर काम करने वाले मजदूर हरदोई और शाहजहांपुर स्थित अपने गांव लौट रहे थे। लगभग 90 से 100 मजदूरों को तीन अलग-अलग कैंटरों में रवाना किया गया था। उनमें से एक कैंटर, जिसे हरियाणा के सिरसा जनपद के गांव नटार निवासी सुनील कुमार (32) चला रहा था, जब रौंडा गांव के पास किसान इंटर कॉलेज के समीप पहुंचा तो तेज रफ्तार में स्पीड ब्रेकर पर चढ़ते ही वाहन अनियंत्रित हो गया और आगे चल रहे ट्रक से टकरा गया।
घायलों को आनन-फानन में एंबुलेंस के जरिए जिला अस्पताल लाया गया। हादसे के बाद सुबह पांच बजे से एंबुलेंस की आवाजें थमने का नाम नहीं ले रही थीं। दो से ढाई घंटे के भीतर सभी घायल और मृतकों को जिला अस्पताल पहुंचा दिया गया। गंभीर रूप से घायल कई लोगों का मेरठ मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। इन घायलों में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं।
इलाजरत घायलों में प्रमुख नाम इस प्रकार हैं:
- रोहिनी (13), पंचम (17), तारा (20), सुमित (13), सोनू (29), सतीश (50), रामचंद्र (60), छोटी (30), मोहिनी (14), रामवीर (24), निशांत (10), विजय (10), बिजेंद्र (25), आयुष (5), तनु (6), रमाकांत (32), उर्मिला (20), अजीत (15), नैंसी, नीतू, उमेश (60), मंजूदेवी (45), ललित (15), आयुषी (2)
जिला अस्पताल में भर्ती घायल मजदूर आशीष और उनकी पत्नी नीलम ने बताया कि वे लगातार चालक सुनील से धीरे चलाने की अपील कर रहे थे, लेकिन उसने उनकी बात को अनसुना कर दिया। चालक ने अन्य दो गाड़ियों को पकड़ने की जल्दी में वाहन की गति बढ़ा दी, जिससे यह हादसा हुआ। हादसे के समय अधिकांश यात्री नींद में थे।
शाहजहांपुर के सिंधौली थाना क्षेत्र के मियांपुर गांव में हादसे की खबर से मातम छा गया। गांव निवासी 18 वर्षीय रवि और उसकी मां माधुरी (उर्फ नत्थी, 40) की इस हादसे में मौत हो गई, जबकि रवि के पिता उमेश, भाई अजीत (13), मंजीत (12), भूरे (8), बहन विट्टा देवी और अन्य परिजन गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हादसे की खबर जैसे ही गांव पहुंची, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
रवि के बाबा जयराम ने बताया कि रवि और उसका परिवार रक्षाबंधन के बाद पंजाब मजदूरी करने गया था। हादसे की खबर मिलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। रवि के दादा-दादी जयराम और कांति सदमे में हैं।
पुलिस की प्राथमिक जांच में हादसे का कारण ड्राइवर को आई नींद बताया गया है। इसके अलावा जहांगीराबाद-बुलंदशहर मार्ग पर बने अव्यवस्थित और रेडियम रहित स्पीड ब्रेकरों को भी हादसे की बड़ी वजह माना जा रहा है। रात के अंधेरे में बिना संकेत वाले ब्रेकर वाहन चालकों के लिए खतरनाक साबित हो रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, शाहजहांपुर निवासी ठेकेदार “मैंस” ने लगभग आठ महीने पहले इन मजदूरों को पंजाब के मोड़ा भट्टी क्षेत्र के ईंट-भट्ठों पर काम के लिए भेजा था। वापसी के लिए तीन कैंटरों की व्यवस्था भी उसी ने की थी।
पुलिस और प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया। हादसे के बाद पुलिस ने चालक की लापरवाही को भी गंभीरता से लिया है और आगे की जांच जारी है।