हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ मंगलवार 3 जून 2025
हापुड़। ज्येष्ठ गंगा दशहरा पर्व को लेकर गंगानगरी ब्रजघाट में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। मंगलवार को एडीजी मेरठ जोन भानु भास्कर और डीआईजी कलानिधि नैथानी ने सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया।
निरीक्षण के दौरान दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने सबसे पहले नाव के जरिए गंगा घाटों पर बनाई गईं जैटियों और अस्थायी बैरिकेडिंग का निरीक्षण किया। साथ ही घाट पर तैनात निजी गोताखोरों और नाविकों से वार्ता कर तैयारियों की जानकारी ली। अधिकारियों ने यह निर्देश दिया कि श्रद्धालुओं को गहरे पानी में जाने से रोका जाए और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए बचाव उपकरण पूरी तरह सक्रिय रहेंगे।
एडीजी भानु भास्कर ने साफ निर्देश दिए कि स्नानार्थियों की सुरक्षा में किसी भी प्रकार की चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी। गंगा घाटों पर पुलिसकर्मियों की लगातार गश्त होनी चाहिए और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जाए।
नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक व्यवस्था का लिया जायजा
ब्रजघाट में लगने वाले गंगा दशहरा मेले को जाम मुक्त बनाए रखने के उद्देश्य से एडीजी और डीआईजी ने राष्ट्रीय राजमार्ग पलवाड़ा रोड व अन्य स्थानों पर बनाई गई अस्थायी वाहन पार्किंगों का निरीक्षण किया। इस दौरान एसपी ज्ञानंजय सिंह, एएसपी विनीत भटनागर, सीओ वरुण मिश्रा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
डीआईजी ने निर्देश दिए कि हाईवे पर किसी भी स्थिति में वाहन खड़े न होने दिए जाएं। साथ ही, खराब होने वाले वाहनों को तत्काल हटाने के लिए क्रेन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
सुरक्षा और व्यवस्थाओं के प्रमुख बिंदु:
- डूबने से बचाव के लिए व्यापक इंतजाम: एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पीएसी की टीमें और निजी गोताखोर तैनात किए गए हैं। 10 नावें लगातार घाटों पर गश्त करेंगी।
- 11 वाहन पार्किंग तैयार: श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए नौ अस्थायी और दो स्थायी पार्किंग स्थल बनाए गए हैं।
- 15 प्वाइंटों में बांटा गया घाट: सीओ वरुण मिश्रा ने बताया कि भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के लिए घाट क्षेत्र को 15 प्वाइंट में विभाजित किया गया है, जहां पुलिस और गोताखोरों की टीमें तैनात रहेंगी।
- खोया-पाया और स्वास्थ्य सेवाएं: गंगानगरी में दो खोया-पाया केंद्र बनाए गए हैं, साथ ही स्वास्थ्य विभाग और नगर पालिका की टीमें भी मौके पर तैनात रहेंगी। दमकल विभाग की टीमें भी पूरी तरह से सतर्क रहेंगी।
प्रशासन की अपील है कि श्रद्धालु प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें और गहरे जल में जाने से बचें, ताकि पर्व शांतिपूर्वक संपन्न हो सके।